कोलकाता: पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों से पैसे मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। प्रवर्तन निदेशालय को अर्पिता के अन्य घर में बड़ी संख्या में कैश बरामद किया गया है। वहीं पैसे गिनने के लिए ईडी ने मशीन मंगवाई है।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने 22 जुलाई को एसएससी घटाले को लेकर चटर्जी और उनके सहयोगियों के ठिकानो पर रेड मारी थी। इस दौरान अर्पिता मुखर्जी के आवास में पुलिस को 21 करोड़ रुपये नगद बरामद किये थे। इसी के साथ 50 लाख का सोना और जमीन के कागजाद भी जांच एजेंसी को मिले थे। इसके बाद अर्पिता को गिरफ्तार कर लिया गया था।
तीन डायरी समेत सोना भी बरामद
अर्पिता ने पूछताछ के दौरान ईडी को इस फ्लैट के बारे में बताया। इसके बाद ईडी उत्तर 24 परगना जिले के बेलघरिया स्थित फ्लैट में पहुंची। घर का दरवाजा बंद होने के कारण जाँच एजेंसी दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी। वहीं तलाशी लेने पर जांच एजेंसी को तीन डायरी मिली है। जिसमें सांकेतिक भाषा पर कई बाते लिखी गई यही। घोटाले में और कौन-कौन शामिल है इसको लेकर जांच एजेंसी एक्सपेर्टो से बात करे इसे डिकोड करने का प्रयास कर रही है।
After a search operation, the ED has recovered a huge sum of money from the flat of Arpita Mukherjee, a close aide of West Bengal Minister Partha Chatterjee, located at Belgharia Town Club in Kolkata.
(File photo) pic.twitter.com/yOVKxzq2tZ
— ANI (@ANI) July 27, 2022
अर्पिता की माँ से हुई कहासुनी
जैसे ही जांच एजेंसी वहां पहुंची तो अर्पिता की माँ ने अंदर जाने से रोक दिया। इस दौरान अधिकारीयों और अर्पिता की माँ से कहा सुनी भी हुई। उसके बाद भी जब उन्होंने अंदर नहीं जाने दिया तो जांच कर्मियों ने दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, फ्लैट में मिले नगदी की कीमत 10-15 करोड़ रूपये हो सकती है।
12 से ज्यादा अवैध कंपनियां चलती थी
ईडी से मिली जानकारी के अनुसार, अर्पिता मुखर्जी 12 से ज्यादा अवैध कंपनियां चला रही थी। अधिकारी ने कहा, “ हमें अर्पिता के जोका स्थित फ्लैट से दस्तावेज़ मिले हैं जो संकेत देते हैं कि वह आर्थिक हेरफेर के लिए कई मुखौटा कंपनियों का संचालन कर रही थी। हमारे पास ऐसी 12 कंपनियों के दस्तावेज़ हैं। ओडिशा और तमिलनाडु के लोगों की संलिप्तता हो सकती है। इनके बारे में हमारा मानना है कि उन्होंने पैसे को इधर-उधर किया है।”
एजेंसी के अधिकारी ने कहा कि ईडी ओडिशा और तमिलनाडु में कुछ लोगों पर ‘कड़ी निगाह’ रख रही है और उनसे जल्द पूछताछ की जा सकती है। उन्होंने कहा, “ हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं क्या अर्पिता ने किसी फिल्म प्रोडक्शन हाउस में निवेश किया है। हमारे पास ऐसा मानने के लिए कई दस्तावेज़, फाइल और हस्ताक्षर किए गए दस्तावेज़ हैं।”
13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
मंगलवार को ईडी ने अर्पिता मुखर्जी और मंत्री पार्थ चटर्जी को अदालत में पेश किया था। जहां अदालत ने मुखर्जी को 13 और चटर्जी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जिसके तहत दोनों आरोपी तीन अगस्त तक जांच एजेंसी की कस्टडी में रहेंगे।