Photo Credit- Twitter
Photo Credit- Twitter

    Loading

    हैदराबाद. इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद (Prophet Mohammad) के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से निलंबित विधायक टी राजा सिंह (Suspended BJP MLA Raja Singh) को हैदराबाद पुलिस (Hydrabad Police) ने बृहस्पतिवार को एहतियातन हिरासत अधिनियम के तहत फिर से गिरफ्तार कर लिया। राजा सिंह के इस बयान को लेकर हैदराबाद में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

    पुलिस ने कहा कि निलंबित भाजपा विधायक को (एहतियातन हिरासत अधिनियम) 1986 के तहत दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया। टी राजा सिंह को इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए 23 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, उस दिन बाद में एक स्थानीय अदालत ने राजा सिंह को रिहा कर दिया था क्योंकि पुलिस ने उसे गिरफ्तार करते समय उच्चतम न्यायालय के दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया था।

    मंगलहाट पुलिस थाने में राजा सिंह के खिलाफ दर्ज शिकायत में उसे एक उपद्रवी करार देते हुए पुलिस ने अपने बयान में कहा कि वह आदतन भड़काऊ भाषण देता रहा है और इसके जरिए विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्य पैदा करने का काम कर रहा है।

    पुलिस ने एक बयान में कहा, ‘‘मंगलहाट पुलिस ने 25 अगस्त को उस पर पीडी एक्ट लगाया और उसे हैदराबाद के चेरलापल्ली केंद्रीय कारागार में रखा जाएगा।” पुलिस आंकड़ों के मुताबिक टी राजा सिंह के खिलाफ 2004 से अब तक कुल 101 आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें से 18 मामले सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने से संबंधित हैं।

    इससे पहले, राजा सिंह की गिरफ्तारी की मांग करते हुए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बृहस्पतिवार को कहा कि हैदराबाद के कुछ हिस्सों में हुआ प्रदर्शन सीधे तौर पर भाजपा नेता के कथित नफरत फैलाने वाले भाषण का नतीजा है।

    ट्विटर पर ओवैसी ने कहा कि पुलिस ने बुधवार को शाह अली बांदा इलाके से 90 लोगों को हिरासत में लिया था और उनके दखल के बाद हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा किया गया।

    हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने ट्विटर पर कहा, “यह स्थिति राजा सिंह के नफरत फैलाने वाले भाषण का सीधा नतीजा है। उन्हें जल्द से जल्द जेल भेजा जाना चाहिए। मैं फिर से शांति बनाए रखने की अपनी अपील दोहराता हूं। हैदराबाद हमारा घर है, इसे सांप्रदायिकता का शिकार नहीं बनने दिया जाना चाहिए।” (एजेंसी)