Meghalaya CM Conrad Sangma resigns

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शिलांग: नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के प्रमुख कोनराड के. संगमा ने शुक्रवार को मेघालय के राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात कर राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया। राज्य के निवर्तमान मुख्यमंत्री संगमा ने दावा किया कि 60 सदस्यीय विधानसभा में 32 से अधिक विधायकों के समर्थन के साथ उनके पास स्पष्ट बहुमत है। हालांकि उन्होंने सहयोगी दलों के बारे में कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया।

संगमा ने राजभवन जाने से पहले संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “हमारे पास स्पष्ट बहुमत है। भाजपा पहले ही समर्थन दे चुकी है। कुछ अन्य ने भी अपना समर्थन दिया है।” भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के अध्यक्ष अर्नेस्ट मावरी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि एनपीपी को 34 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जिनमें हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचएसपीडीपी), पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ), निर्दलीय और भाजपा के विधायक शामिल हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या एनपीपी किसी अन्य पार्टी का समर्थन मांगेगी, इसपर मावरी ने कहा कि इसकी संभावना नहीं है क्योंकि सरकार बनाने के लिए आवश्यक समर्थन हासिल कर लिया गया है। मावरी ने यह दावा भी किया कि नयी सरकार सात मार्च को शपथ लेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।

मेघालय में 27 फरवरी को विधानसभा की 59 सीटों पर मतदान हुआ था। बृहस्पतिवार को चुनाव के परिणाम घोषित किए गए, जिनमें एनपीपी 26 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। एनपीपी के सहयोगी दल यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) ने 11 सीट पर जीत हासिल की है जबकि 2018 के चुनाव में उसे केवल छह सीट पर जीत मिली थी।

कांग्रेस और ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस ने पांच-पांच जबकि भाजपा ने दो सीट पर जीत हासिल की है। नवगठित पार्टी वॉयस ऑफ पीपुल्स पार्टी (वीपीपी) ने चार, एचएसपीडीपी तथा पीडीएफ ने दो-दो सीट पर जीत हासिल की है जबकि दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत दर्ज की है। (एजेंसी)