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पटना/नई दिल्ली. कोटक महिंद्रा बैंक के पटना स्थित पूर्व शाखा प्रबंधक को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ऋणदाता के साथ कथित धोखाधड़ी से जुड़े एक मामले में धन शोधन के आरोप में गिरफ्तार किया है। एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बैंक की बोरिंग रोड शाखा में तैनात सुमित कुमार को संघीय जांच एजेंसी ने 10 जुलाई को हिरासत में ले लिया था।

ईडी ने उन्हें 11 जुलाई को विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत के समक्ष पेश किया जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

धन शोधन का मामला बिहार पुलिस द्वारा दर्ज की गई एक प्राथमिकी से उपजा है जिसमें आरोप लगाया गया है कि भूमि अधिग्रहण सह जिला भूमि अधिग्रहण अधिकारी (सीएएलए सह डीएलएओ) के सक्षम प्राधिकारी के बैंक खातों से 31.93 करोड़ रुपये के 13 “धोखाधड़ी पूर्ण” लेनदेन निष्पादित किए गए थे और विभिन्न मुखौटा/छद्म संस्थाओं के बैंक खातों का उपयोग करके धनराशि “निकाली” गई।

ईडी ने कहा कि सुमित कुमार ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर दस्तावेजों और आरटीजीएस फॉर्मों पर हस्ताक्षर के जरिए हस्ताक्षरकर्ता की जानकारी के बिना सीएएलए सह डीएलएओ के खातों से धन अंतरण में कामयाबी हासिल की।

एजेंसी ने आरोप लगाया, “उन्होंने उचित सत्यापन के बिना भुगतान प्राप्त करने में अपने पद का दुरुपयोग किया।” सुमित कुमार और उनकी पत्नी के बैंक खातों के विश्लेषण से पता चला कि करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ है जो “स्पष्ट रूप से उनकी आय के स्रोत से असंगत और उनके पद से असंगत है”। (एजेंसी)