The state government will give Rs 100 per day per animal for the feed of animals in the state gaushalas: Badal Patralekh

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    – ओमप्रकाश मिश्र 

    रांची : राज्य सरकार (State Government) ने राज्य के पशुओं (Animals) की देखभाल और उनके संरक्षण के मामले में एक बड़ा फैसला लेते हुए राज्य (State) के गौशालाओं (Gaushalas) में पशुओं के आहार के लिए गोपालकों को 100 रु प्रति पशु प्रतिदिन देने का निर्णय लिया है। पहले यह राशि 50 रु प्रति पशु प्रतिदिन 6 महीने तक के लिए ही दी जाती थी। राज्य सरकार ने इस राशि को बढ़ाकर 100 रु एक वर्ष के लिये कर दिया है। इस आशय की पुष्टि करते हुए उक्त बातें राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख  ने नेपाल हाउस में आयोजित राज्य जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड की एक बैठक में कही। उन्होंने कहा कि राज्य के गौशालाओं को और अधिक सुदृढ़ किया जायेगा।

    बादल पत्रलेख ने कहा कि राज्य सरकार पशुओं के प्रति संवेदनशील है। इनकी देखभाल और  संरक्षण करना सरकार की जिम्मेवारी है। राज्य जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड का गठन इसी उद्देश्य से किया गया है। उन्होंने कहा कि जीव-जन्तु अपनी मांग नही रख सकते हैं वे हमारी संवेदनशीलता पर निर्भर करते हैं। राज्य जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड के माध्यम से उनकी सभी समस्याओं का निराकरण किया जाता है। उन्होंने कहा कि बोर्ड और अधिक क्रियाशील एवं प्रभावी ढंग से कार्य करें तो इसकी उपयोगिता सामने आयेगी। 

    लावारिस पशुओं के बचाव  के लिये मिलेगा वाहन 

    राज्य के 21 निबंधित गौशालाओं मे 10 गौशालाओं को रेस्क्यू वाहन देने का निर्णय लिया गया है ताकि लावारिस पशुओं का आसानी से बचाव किया जा सके। जो पशु सड़क दुर्घटना के कारण मर जाते हैं या जो सड़क पर बीमार अवस्था में पड़े रहते हैं उनका आसानी से रेस्क्यू किया जा सके। मंत्री  बादल ने कहा कि राज्य में जो भी गौशाला का निबंधन कराना चाहते है उनका निबंधन भी अब आसानी से किया जा सकेगा। 

    गोबर से वर्मीकम्पोस्ट तैयार करने की विधि का अवलोकन करने छत्तीसगढ़ जाएगी टीम 

    गोबर से वर्मीकम्पोस्ट तैयार करने की विधि का अवलोकन करने के लिये एक टीम छत्तीसगढ़ जाएगी  और वहां पर गोबर से वर्मीकम्पोस्ट किस तरह तैयार किया जाता है इसका अवलोकन करेगी। ताकि झारखंड  में भी उसी विधि से वर्मीकम्पोस्ट तैयार कर बाजार में उपलब्ध कराया जा सके। 

    राज्य जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड की अगली बैठक जनवरी माह में

    उन्होंने कहा कि राज्य जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड की अगली बैठक जनवरी माह में करने का निर्णय लिया गया है ताकि अगामी बजट में इसमें राशि का प्रावधान किया जा सके। बैठक में मंत्री बादल ने कहा कि राज्य जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड में रिक्त पदों को प्रतिनियुक्ति या संविदा पर भरने का निर्णय लिया गया है ताकि बोर्ड का कार्य सुगमता से हो सके। 

    जिला स्तर पर बनी जिला पशु क्रुरता निवारण समिति में शामिल होगें जन-प्रतिनिधि

    बादल पत्रलेख  ने कहा कि जिला स्तर पर बनी जिला पशु क्रुरता निवारण समिति में विशेष आमंत्रित सदस्य के रुप में स्थानीय विधायक और सांसद के प्रतिनिधि को भी शामिल किया गया है ताकि वो भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव समिति को दे सके। उन्होने निदेश दिया कि पशुपालको का जिलावार प्रशिक्षण सुनिश्चित किया जाए साथ ही राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित कराकर उन्हें और प्रशिक्षित किया जाए। 

    पशुओं की सुरक्षा पर सरकार का है ध्यान 

    मंत्री ने कहा कि लातेहार जाने के क्रम में रास्ते में बंदरो का समूह देखने को मिलता है। ये बंदरों का समूह कभी-कभी सड़क पर आ जाते है और वाहन की चपेट में आ कर जख्मी हो जाते है या फिर मर भी जाते है । इनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये वन विभाग द्वारा प्रस्ताव मांगा गया ताकि उस क्षेत्र में सड़क के किनारे जाली लगा कर 8 से 10 प्वाइंट बना दिया जाये ताकि बंदर भी  सुरक्षित रहे। उन्होंने कहा राज्य में और भी इस तरह के क्षेत्र को चिहिन्त कर सरकार उनका संरक्षण करेगी।