लखनऊ: तीन कृषि कानूनों (Farm Laws) की वापसी के लिये किसानों (Farmers) को बधायी देते हुये समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने शुक्रवार को कहा कि सरकार किसानों से घबराकर इन कानूनों को वापस ले रही है । उन्होंने कहा ‘‘मैं इसका पूरा श्रेय देश भर के किसानों को दे रहा हूं । किसानों की मदद करनी चाहिये। समाजवादी पार्टी की मांग है कि केंद्र सरकार एमएसपी के लिये कानून लाये।”
एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा ”देश के सभी किसानों को मैं बधाई देना चाहता हूं जिनके संघर्ष और आंदोलन के परिणाम स्वरूप आज तीनों काले कानून वापस लिये गये हैं । काले कानून की वापसी अंहकार की हार हैं । यह किसानों की जीत है, लोकतंत्र की जीत है । सैकड़ों किसानों की मौत के आगे झूठ की माफी नही चलेगी ।”
Farmers’s efforts have paid off. It’s the defeat of ego & victory of farmers, democracy. People will not forgive them (Centre) in the upcoming polls. This false apology won’t work…People who have apologised should also resign from politics forever…: Akhilesh Yadav, SP pic.twitter.com/xZkWV3dbx0
— ANI UP (@ANINewsUP) November 19, 2021
सपा अध्यक्ष ने कहा ”जिन लोगों ने माफी मांगी है वह लोग हमेशा के लिये राजनीति छोड़ने का भी वचन दें । जिस तरह तीन काले वापस हुये हैं, उससे साफ है कि सरकार डर गयी हैं,और वोट के लिये कानून वापस हुये हैं ।” यादव ने कहा ‘’सरकार की नजर में किसान किसान नहीं है, किसानों को कितना अपमानित किया गया, क्या क्या नहीं सुनना पड़ा। जिन शब्दों का इस्तेमाल किया गया, कोई कल्पना भी नही कर सकता कि अन्नदाता के लिये यह शब्द भी इस्तेमाल किये जा सकते हैं, वह भारतीय जनता पार्टी ने इस्तेमाल किये । उनके सहयोगी और साथियों ने हर मौके पर किसानों को अपमानित किया है । इसकी सामूहिक जिम्मेदारी होती हैं इसलिये सरकार को इस्तीफा देना चाहिये।”
Farmers won’t forgive and will wipe BJP out…Laws have been withdrawn for votes as govt is scared of elections. What if they bring back such laws after polls? They are not thinking about farmers; insulted them at every level. WiIl BJP apologise?: SP Akhilesh Yadav pic.twitter.com/sGrHmy37y8
— ANI UP (@ANINewsUP) November 19, 2021
यादव ने कहा कि नोटबंदी करने से क्या अर्थव्यवस्था आज सुधर गयी । उन्होंने कहा कि वह फैसला भी गलत था। उन्होंने कहा ‘‘यह जरूरी नहीं है कि चुनाव के बाद फिर ऐसा कोई कानून नहीं आएगा । सरकार में ऐसे लोग हैं। इसका भरोसा कौन दिलायेगा कि भविष्य में ऐसे कानून नहीं आयेंगे जिससे किसानों को संकट में डाला जाये । और अगर इनकी (सरकार की) नीयत साफ होती तो आज किसानों को खाद के लिये लाइन में नही लगना पड़ता ।”