UP Political Party
Representative Pic

    Loading

    – राजेश मिश्र

    लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) के पांचवें चरण (Fifth Phase) में भी करोड़पति (Crorepati) उम्मीदवारों (Candidates) की भरमार है वहीं पहले के चरणों के मुकाबले आपराधिक इतिहास (Criminal History) वालों की तादाद भी बढ़ी है।

    पांचवे चरण के उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा 90 फीसदी करोड़पति उम्मीदवार सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से तो दर्ज आपराधिक मामलों में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) सबसे आगे है। धनवान उम्मीदवारों के मामले में पांचवे चरण का चुनाव लड़ रहे 685 उम्मीदवारों में से 246 करोड़पति हैं।

    सिंधुजा मिश्रा सेनानी है जिनकी संपत्ति 52 करोड़ हैं

    सबसे अधिक धनवान उम्मीदवारों में भाजपा के 52 में से 47, करीब 90 फीसदी,  समाजवादी पार्टी के 59 में से 49 यानि 83 फीसदी, बसपा के 61 में से 44  वहीं कांग्रेस के 61 में से 30 यानि 49  फीसदी लोग करोड़पति हैं। सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित करने वाले शीर्ष तीन उम्मीदवारों में से पहले स्थान में भाजपा के अमेठी जिले से तिलोई  विधानसभा के उम्मीदवार मयंकेश्वर शरण सिंह  है। जिन्होंने अपनी संपत्ति 58 करोड़ बताई है दूसरे स्थान पर प्रतापगढ़ जिले के कुंडा सीट से भाजपा की ही सिंधुजा मिश्रा सेनानी है जिनकी संपत्ति 52 करोड़ हैं। सबसे धनी उम्मीदवारों की सूची में तीसरे स्थान पर भी भाजपा के अमेठी विधानसभा सीट के डॉ. संजय सिंह जिन्होंने अपनी संपत्ति 50  करोड़ रुपये बताई है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव  के पांचवें चरण में उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 2.48 करोड़ रुपये है जबकि वही 296  उम्मीदवारों ने अपनी देनदारी घोषित की है

    बसपा के 48 फीसदी तो कांग्रेस के 38 फीसदी शामिल हैं

    एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक पांचवे चरण में 27 फीसदी या कुल 685 में से 185 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये है वहीं गंभीर आपराधिक मामले 141 लोगों पर दर्ज है। उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामलों में समाजवादी पार्टी के 59 में से 42 यानि कि 71 फीसदी पर तो भाजपा के 48 फीसदी यानि कि 52 में से 25 और बसपा के 48 फीसदी तो कांग्रेस के 38 फीसदी शामिल हैं।

    विधानसभा क्षेत्र से मुकेश श्रीवास्तव  है जिनके ऊपर 9 मामले दर्ज

    समाजवादी पार्टी के सबसे ज्यादा 49 फीसदी उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं वहीं भाजपा के 42 तो कांग्रेस के 28 फीसदी पर इस तरह के मुकदमें चल रहे हैं। पांचवें चरण में उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामलों में पहले स्थान पर बहुजन समाज पार्टी के सुल्तानपुर जिले के इसौली सीट  से यश भद्र सिंह हैं जिन पर 21 मामले,  दूसरे स्थान पर प्रयागराज जिले की उत्तर विधानसभा सीट  से समाजवादी  पार्टी के संदीप यादव हैं जिनके ऊपर 35 मामले और तीसरे स्थान पर भी सपा के बहराइच में पयागपुर  विधानसभा क्षेत्र से मुकेश श्रीवास्तव  है जिनके ऊपर 9 मामले दर्ज हैं।

    7 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता घोषित नहीं की है

     उत्तर प्रदेश   विधानसभा चुनाव 2022 के पांचवें चरण में 231 (34 %) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच घोषित की है। जबकि 407 (59 %)  उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की हैं। 2 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की हैं वहीं 32 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और 6 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता असाक्षर घोषित की है। 7 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता घोषित नहीं की है। उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच  के मुख्य समन्वयक डॉक्टर संजय सिंह का कहना है कि जैसे-जैसे उत्तर प्रदेश में चुनाव के चरण बढ़ रहे हैं उसी तरह से अपराधियों और धनबालियों  का प्रतिशत  भी बढ़ता जा रहा है चुनावी समर में अब बाहुबली और धनबालियों की भरमार लोकतंत्र के लिए चिंताजनक स्थिति बना  रही है।