National Human Rights

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नयी दिल्ली. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में एक ग्राम प्रधान के नेतृत्व में लोगों के एक समूह द्वारा चोरी के संदेह में एक व्यक्ति पर कथित तौर पर हमला करने के मामले में राज्य सरकार और राज्य के पुलिस प्रमुख को सोमवार को नोटिस जारी किया। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने एक बयान में कहा कि पूरी घटना का ग्रामीणों ने वीडियो बनाया और जब उक्त क्लिप व्यापक रूप से ऑनलाइन साझा की गई तो यह आम लोगों के ध्यान में आया।

आयोग ने मीडिया की एक खबर का स्वतः संज्ञान लिया कि लोगों के एक समूह द्वारा एक युवक को पीटा गया और उसके घर से घसीटा गया। खबर के अनुसार भीड़ ने उस युवक को एक पेड़ से बांध दिया और सभी लोगों के सामने उसके नीचे आग लगा दी। आयोग ने कहा कि 28 मार्च को हुए इस हमले का नेतृत्व दिवायची के ग्राम प्रधान ने किया था।

आयोग ने कहा कि युवक के साथ कथित तौर पर इस तरह के अमानवीय व्यवहार के बाद, अपराधियों ने पीड़ित को मरा हुआ समझकर पेड़ से लटका हुआ छोड़ दिया। आयोग ने कहा कि बाद में, पीड़ित को उसके एक रिश्तेदार ने वहां से निकाला और अस्पताल में भर्ती कराया।

आयोग ने कहा कि मीडिया की खबर की सामग्री मानवाधिकारों के उल्लंघन का एक गंभीर मुद्दा उठाती हैं और उसने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी करके छह सप्ताह के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी।

आयोग ने कहा कि इसने मामले में दर्ज प्राथमिकी की स्थिति और पीड़ित की स्वास्थ्य स्थिति के साथ-साथ प्रशासन द्वारा उसे दी गई आर्थिक राहत, यदि कोई हो, के बारे में भी जानकारी मुहैया कराने के लिए कहा। (एजेंसी)