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    – राजेश मिश्र

    लखनऊ : चुनाव के ऐलान (Announcement) और आचार संहिता लगने के साथ ही उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री (Chief Minister) योगी (Yogi) से चहेते अफसरों (Officers) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आचार संहिता (Model Code of Conduct) लगते ही समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने यूपी (UP) के चार बड़े अधिकारियों को हटाने के लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखा है।

    सपा के राष्ट्रीय सचिव (National Secretary) राजेंद्र चौधरी (Rajendra Chaudhary) ने मुख्य निर्वाचन आयोग (Chief Election Commission) को पत्र लिखकर कहा है कि उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ दल भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने वाले अधिकारियों को उनके वर्तमान पद से तत्काल हटाया जाए। इससे पहले कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत करके अवनीश अवस्थी को हटाने की मांग की थी।

    अवनीश अवस्थी को चुनावी व्यवस्था से अलग रखा जाए

    प्रदेश उपाध्यक्ष मोहम्मद अनस खान और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ओंकारनाथ सिंह और  वीरेंद्र मदान ने कहा था कि अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी को चुनावी व्यवस्था से अलग रखा जाए। जिस प्रकार से अवस्थी केंद्रीय मंत्रियों के ट्वीट को रिट्वीट करके सरकारी पद का दुरुपयोग कर रहे हें, वह किसी से छिपा नहीं है। हालांकि बाद में कांग्रेस ने इस बयान को पार्टी का आधिकारिक रुख नहीं बताया था।

     

    चुनिंदा अधिकारी भाजपा के लिए काम करते हैं

    सपा सरकार मे मंत्री रहे राजेंद्र चौधरी ने रविवार को कहा कि चुनिंदा अधिकारी भाजपा के लिए काम करते हैं। उन्होंने अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, अतिरिक्त मुख्य सचिव नवनीत सहगल, एडीजी  लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार और एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश को हटाने की मांग की है। पत्र में लिखा है कि इन सभी को तत्काल प्रभाव से उनके वर्तमान पदों से हटाया जाए, जिससे कि प्रदेश में निष्पक्ष, स्वतंत्र और भयमुक्त चुनाव संपन्न हो सके।

    एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश लंबे समय से एसटीएफ में तैनात

    गौरतलब है कि अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सबसे करीबी माने जाते हैं। सपा प्रवक्ता का कहना है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार में वह लंबे समय से गृह विभाग में जिम्मेदारी देख रहे हैं। इनके अलावा पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग उन्हीं के आदेश पर होती रही है। इसके अलावा नवनीत सहगल भी भाजपा के कई मंत्रियों के बेहद करीब माने जाते हैं। हालांकि वह इससे पहले सपा और बसपा की सरकारों में भी प्रमुख पदों पर रह चुके हैं। एडीजी  लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार भी सीएम योगी के काफी करीबी हैं। एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश लंबे समय से एसटीएफ में तैनात हैं।

    चुनाव आयोग की दक्षता पर हमें पूरा भरोसा है

    सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी के इस पत्र पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और  राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने पलटवार किया है। सुधांशु त्रिवेदी ने रविवार को भाजपा के लखनऊ मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता  में कहा कि चुनाव आयोग की दक्षता पर हमें पूरा भरोसा है। चुनाव आयोग जो चाहे फैसला कर सकता है।