Administration in action mode before UP elections, Section-144 implemented in Gautam Budh Nagar till March 31
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    नई दिल्ली: यूपी के लखीमपुर खीरी में कृषि कानूनों और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी की टिप्पणी का विरोध कर रहे किसानों और मंत्री के बेटे के हिंसक टकराव में आठ लोगों की जान चली गई है। इस घटना के बाद से ही देश का सियासी पारा गरमा गया है। प्रियंका गांधी वाड्रा, अखिलेश यादव सहित विपक्ष ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हिंसा में चार किसान और चार बीजेपी कार्यकर्ताओं की जान गई है। इसी कड़ी में आज किसान देश के तमाम डीएम दफ्तरों के बाहर विरोध प्रदर्शन करने जा रहे हैं।

    ज्ञात हो कि किसानों के साथ हुई बैठक पर लखीमपुर के जिलाअधिकारी अरविंद चौरसिया ने कहा कि कई चीजों पर चर्चा हुई, मांग पत्र प्राप्त हुआ है। गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करने, FIR दर्ज करने और मृतकों को मुआवज़ा धनराशि, एक-एक सरकारी नौकरी देने और पूरे घटनाक्रम की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। साथ ही किसानों ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी और उनके बेटे आशीष मिश्रा टेनी के खिलाफ कल की घटना को लेकर तिकुनिया, लखीमपुर खीरी में शिकायत दर्ज कराई।

    डीएम का बयान-

    दूसरी तरफ यूपी के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने लखनऊ एयरपोर्ट से छत्तीसगढ़ CM भूपेश बघेल और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर एस.रंधावा को एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत नहीं देने को कहा। इससे पहले लखीमपुर खीरी में कल घटित घटना के बाद भूपेश बघेल और सुखजिंदर एस.रंधावा ने लखीमपुर खीरी जाने की घोषणा की थी।

    यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के लखीमपुर दौरे से पहले उनके घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात हुए हैं।

    गौर हो कि लखीमपुर में हुई घटना को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने भी केंद्र पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मेरी नजर में सरकार फिर काफी नीचे गिर गयी है। यह घटना बहुत दुखद है। 

    लखीमपुर में हुई घटना को लेकर कांग्रेस पूरी तरफ से बीजेपी सरकार पर आक्रामक हैं। इससे पहले  कांग्रेस महासचिव प्रिंयका गांधी वाड्रा किसानों से मिलने के लिए सोमवार सुबह लखीमपुर खीरी पहुंचने वाली थीं, लेकिन उन्हें हरगांव के पास पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।