mukhtar ansari
File Photo

Loading

लखनऊ: मुख्तार अंसारी का शुक्रवार को बांदा मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों के एक समूह द्वारा पोस्टमार्टम किया जा रहा है । पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की। माफिया से नेता बने अंसारी की बांदा के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से बृहस्पतिवार को मौत हो गयी थी। पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि पोस्टमार्टम बांदा मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों के एक पैनल द्वारा किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी की जाएगी।

रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुनील कौशल ने शुक्रवार सुबह बताया था कि आज यानी शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों के दल द्वारा मुख्तार अंसारी के शव का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। पोस्टमॉर्टम के दौरान वीडियोग्राफी भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि अंसारी के परिजन आ चुके हैं। पोस्टमॉर्टम के बाद अंसारी का शव उनके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी समेत उसके परिवार के सदस्य शुक्रवार तड़के बांदा पहुंचे।

उमर ने बांदा में पत्रकारों से कहा, ”हम लोग पोस्टमार्टम के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए गाजीपुर ले जाएंगे।” एक अधिकारी के अनुसार पुलिस प्रशासन ने शव को बांदा से लगभग 380 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गाजीपुर तक सड़क मार्ग से पहुंचाने के लिए पहले ही रूट प्लान तैयार कर लिया है। अधिकारी ने बताया कि पूरे राज्य में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। राज्य के बांदा, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी जिलों में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।

मुख्तार अंसारी को बृहस्पतिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद बांदा जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई। बांदा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सुनील कौशल ने ‘पीटीआई-भाषा’ को फोन पर बताया, ”मेडिकल कॉलेज में दिल का दौरा पड़ने से अंसारी की मौत हो गई।” समाजवादी पार्टी (सपा) ने अंसारी के निधन को दुखद जताया है। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी अंसारी के निधन पर दुख जताया है। बांदा जेल में बंद अंसारी (63) को बृहस्पतिवार शाम मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था।

रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज की ओर से बृहस्पतिवार देर रात जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा गया, ”आज रात लगभग 8:25 बजे जेल कर्मी बेहोशी की हालत में दोषी/विचाराधीन कैदी मुख्तार अंसारी को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा के आकस्मिक विभाग में लाए। नौ चिकित्सकों की टीम ने मरीज को तत्काल चिकित्सा प्रदान की लेकिन भरसक प्रयासों के बावजूद दिल का दौरा पड़ने से मरीज की मौत हो गई।” अंसारी मऊ सदर सीट से पांच बार विधायक रहे और 2005 से उत्तर प्रदेश व पंजाब में जेल में बंद था। उसके खिलाफ 60 से अधिक आपराधिक मामले लंबित थे। उत्तर प्रदेश की विभिन्न अदालतें सितंबर 2022 से उसे आठ मामलों में सजा सुना चुकी हैं और वह बांदा जेल में बंद था। अंसारी का नाम पिछले साल उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा जारी 66 गैंगस्टर की सूची में था। इससे पहले भी विभिन्न आपराधिक मामलों में बांदा जेल में बंद बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ने के बाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। मुख्तार के बेटे उमर अंसारी ने आरोप लगाया कि जेल में उसके पिता को धीमा जहर दिया गया था। अधिकारियों ने इस आरोप से इनकार किया है।

उमर अंसारी ने संवाददाताओं से कहा, “मेरे पिता ने हमें बताया था कि उन्हें ‘धीमा जहर’ दिया जा रहा है। अब पूरा देश इस बारे में जानता है।” मुख्तार के भाई सांसद अफजाल अंसारी के मुताबिक मुख्तार ने दावा किया था कि उसे दो बार खाने में जहर दिया गया। गाजीपुर से बहुजन समाज पार्टी के सांसद अफजाल ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया था कि उन्हें मोहम्मदाबाद थाने से एक संदेश प्राप्त हुआ जिसमें उन्हें बताया गया कि मुख्तार की तबीयत खराब है और उसे बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। अफजाल ने मंगलवार को बांदा मेडिकल कॉलेज पहुंचने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा था कि मुख्तार को गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रखा गया और वह होश में है। अफजाल के मुताबिक, मुख्तार ने उन्हें बताया था कि उसे खाने में कोई जहरीला पदार्थ खिलाया गया है और ऐसा दूसरी बार हुआ है।

अफजाल ने कहा था कि मुख्तार ने उन्हें बताया कि करीब 40 दिन पहले भी उसे जहर दिया गया था और हाल ही में शायद 19 या 22 मार्च को फिर ऐसा किया गया, जिसके बाद से उसकी हालत खराब है। अफजाल ने कहा था कि 21 मार्च को बाराबंकी की अदालत में एक मामले की डिजिटल माध्यम से सुनवाई के दिन मुख्तार के वकील ने अदालत में दरखास्त दी थी जिसमें आरोप लगाया गया था कि उनके मुवक्किल को जेल में ‘धीमा जहर’ दिया गया है जिससे उनकी हालत बिगड़ती जा रही है। इस बीच, मुख्तार अंसारी की मौत के मद्देनजर राज्य सरकार ने पूरे राज्य में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा, “कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पूरे राज्य में धारा-144 लागू कर दी गई है। हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं।” इसके अलावा बांदा, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी जिलों में फोर्स की विशेष तैनाती की गई है।