रेवड़ी कल्चर देश के लिए घातक, डबल इंजन की सरकार का ध्येय रेवड़ी बांटना नहीं बल्कि विकास

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    – राजेश मिश्र

    लखनऊ : चुनावों में मुफ्त के वादे करना और जनता को रेवड़ी बांटने की संस्कृति देश (Culture Country) के लिए घातक है। इससे विकास रुकता है और सरकारी खजाने पर अनावश्यक बोझ पड़ता है। 

    उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जालौन जिले में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway) का उद्घाटन (Inauguration) करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा कि देश के लोगों और खासकर युवाओं को मुफ्त की रेवड़ी बांटने वालों को नकार देना चाहिए। उन्होंने कहा कि रेवड़ी बांटने वाले सरकार में आने पर एक्सप्रेस वे, एयरपोर्ट या डिफेंस कारीडोर नहीं बनाएंगे। उन्हें लगता है कि ये लोग रेवड़ी बांट कर जनता को खरीद लेंगे। उन्होंने लोगों से अपील की कि देश से रेवड़ी संस्कृति को हटाना है तभी विकास होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकारें कभी मुफ्त की रेवड़ी नहीं बांटती है बल्कि विकास के कामों में तेजी से आगे बढ़ती है। 

    बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ उद्योग लगेंगे

    बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को इस पिछड़े क्षेत्र के विकास की धुरी बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस तेजी के साथ समय के आठ महीने पहले इसे पूरा किया गया उसी तेजी से यहां विकास भी होगा। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ उद्योग लगेंगे। इनमें बड़े भंडारण गृह, शीत गृह और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग शामिल होंगे। डिफेंस कारीडोर के पास होने के चलते यहां रक्षा क्षेत्र की निर्माण इकाईयों की स्थापना होगी। इस एक्सप्रेस-वे से बुंदेलखंड के कोनो-कोने तक विकास की रोशनी पहुंचेगी और लोगों को नए अवसर प्राप्त होंगे। 

    योगी सरकार ने बदली उत्तर प्रदेश की तस्वीर

    चित्रकूट से जालौन होते हुए इटावा तक पहुंचने वाले 296 किमी लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का लोकापर्ण करते हुए मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने उन्हें जनप्रतिनिधि बनने का मौका देते हुए बीते आठ सालों से देश का प्रधानसेवक रहने का आर्शीवाद दिया है। यहां पहले दो ही प्रमुख समस्या थी एक तो खराब कानून व्यवस्था और दूसरी कनेक्टिविटी। उन्होंने कहा कि 2017 में योगी की सरकार बनने के बाद से दोनो में जबरदस्त सुधार हुआ है। मुख्यमंत्री योगी की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार में उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदली है।

    प्रदेश में हर तरफ एक्सप्रेस-वे का जाल बिछ गया 

    उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का उद्देश्य है कि यातायात के बेहतरीन साधनों पर केवल बड़े शहरों का अधिकार नहीं है बल्कि, छोटे शहरों को भी मिलना चाहिए। पूर्वांचल से लेकर गोरखपुर और गंगा एक्सप्रेस-वे का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बड़ी तादाद में छोटे शहर भी इन परियोजनाओं से जुड़े हैं और लाभ उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में हर साल 50 किमी लंबे रेलवे लाइनों का दोहरीकरण होता था जो अब 200 किमी हो गया है। फूरे प्रदेश में एक्सप्रेस-वे का जाल बिछ गया है। 

    हर घर नल से जल परियोजना चलाई जा रही

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुंदेलखंड में पर्यटन को गति देने के लिए मोदी ने यहां मौजूद किलों को देखने के लिए एक विशेष सर्किट विकसित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड के युवाओं के लिए किले पर चढ़ने की स्पर्धा का आयोजना किया जाए। मोदी ने कहा कि योगी की सरकार केंद्र के साथ मिल कर बुंदेलखंड की पानी की समस्या दूर कर रही है। यहां हर घर नल से जल परियोजना चलाई जा रही है तो सिंचाई की लंबित योजनाओं को पूरा किया जा रहा है। जल्द ही बुंदेलखंड के हर जिले में कम से कम 75 अमृत सरोवर तैयार होंगे और पानी की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाएगी। 

    सात लाख पौधे लगाए जाएंगे

    इस मौके पर बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को हरा-भरा बनाने के लिए इसके दोनों किनारों पर सात लाख पौधे लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सात जिलों से गुजरने वाला यह एक्सप्रेस-वे आवागमन में सुधार करने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी सहायक सिद्ध होगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे एवं इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के निर्माण से प्रदेश में रोजगार के अवसर सृजित होंगे। 

    औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि यह एक्सप्रेस-वे प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंन कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को आठ महीने पहले ही बना कर 1125 करोड़ रुपए बचाए गए हैं। इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण करीब 14,850 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है।