MUKHTAR-ABBAS

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नई दिल्ली/बांदा: जहां एक तरफ गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की बीते गुरूवार को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है। वहीं बांदा मेडिकल कॉलेज में मुख्तार के शव का पोस्टमार्टम भी हो चूका है। मिली खबर के अनुसार मुख्तार के जनाजे में उसका बेटा अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) नहीं आ पाएगा। दरअसल मुख्तार अंसारी के परिवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली है।

गौरतलब है कि अंसारी परिवार जेल में बंद विधायक बेटे अब्बास अंसारी को मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल कराना चाहता था। इस बाबत इलाहाबाद HC में एक अर्जी मेंशन की जानी थी। MP-MLA से जुड़े मामलों की सुनवाई करने वाली जस्टिस संजय कुमार सिंह की बेंच में मेंशन होनी थी। लेकिन आज यह बेंच सुनवाई के लिए नहीं बैठी और इसके मुकदमे जस्टिस समित गोपाल की बेंच में ट्रांसफर कर दिए गए।

हालांकि उधर बांदा मेडिकल कॉलेज में अंसारी के दुसरे बेटे उमर अंसारी, मुख्तार अंसारी के दो चचेरे भाई और उनके वकील नसीम हैदर सहित परिवार के सदस्य भी मौजूद हैं और वे अंसारी के शव को गृह नगर गाजीपुर ले जाएंगे। उनके वकील हैदर ने कहा कि शव को फतेहपुर, कौशांबी, प्रयागराज और वाराणसी के रास्ते ग़ाजीपुर ले जाया जाएगा और वहां काली बाग पारिवारिक कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया जाएगा।

मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत राज्य के कई हिस्सों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि पूरे राज्य में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। एहतियात के तौर पर अर्धसैनिक बल, केंद्रीय बलों के साथ-साथ मेडिकल कॉलेज के बाहर आसपास के पुलिस थानों के पुलिसकर्मी भी तैनात हैं। बांदा मेडिकल कालेज स्थित पोस्टमार्टम हाउस पर भी भारी पुलिस बल तैनात है।

गौरतलब है कि, अंसारी मऊ सदर सीट से 5 बार विधायक रहा और 2005 से उत्तर प्रदेश व पंजाब में जेल में बंद रहा। उसके खिलाफ 65 से अधिक आपराधिक मामले लंबित थे। उत्तर प्रदेश की विभिन्न अदालतें सितंबर 2022 से उसे आठ मामलों में सजा सुना चुकी थीं और वह अभी बांदा जेल में बंद था। अंसारी का नाम पिछले साल उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा जारी 66 गैंगस्टर की सूची में शामिल था।