लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने सरकार के सौ दिन पूरे होने पर कहा कि प्रदेश में दशकों बाद औद्योगिक (Industrial) वातावरण देखने को मिला है। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भी निवेश (Investment) हो सकता है, उद्योग लग सकता है, यह 2017 के पहले एक सपना था, जो आज हकीकत में बदल रहा है। यही नहीं, हमने अनेक ऐसे कार्य किए, जिसके माध्यम से न केवल औद्योगिक विकास के कार्यक्रम तेजी के साथ आगे बढ़ सकें, बल्कि इससे रोजगार के संभावनाओं को एक नई ऊंचाईयां प्रदान कर सकें।
सीएम योगी ने लोकभवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में सौ दिनों का रिपोर्ट कार्ड रखा। उन्होंने कहा कि ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी तृतीय में 80 हजार करोड़ की लागत से जो उद्योग लग रहे हैं। इससे पांच लाख प्रत्यक्ष रोजगार और 20 लाख अप्रत्यक्ष रोजगार भी मिलेगा। इन सौ दिनों में सरकार ने प्रदेश में 10 हजार से अधिक सरकारी नौकरियां भी दी हैं। गृह विभाग के माध्यम से हमने जो 10 हजार नौकरी देने का लक्ष्य रखा था, उसे पूरा किया और स्वत: रोजगार से जोड़ने के साथ वृहद ऋण मेला के माध्यम से एक लाख 90 हजार उद्यम को 16 हजार करोड़ रुपए के ऋण वितरण के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया है। यही नहीं, पूरे वर्ष का भी एक लक्ष्य रखा है कि दो लाख 35 हजार करोड़ रुपए के ऋण नौजवानों को देने का कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि जनता के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता इस बात से स्पष्ट हो जाती है कि हमने अपने पहले ही बजट में 2022 के विधानसभा चुनाव की दृष्टि से प्रदेश के विकास, लोक कल्याण और गरीब कल्याण के लिए 130 संकल्प लिए थे, उनमें से 97 संकल्पों को प्रदेश की जनता और संवृद्धि के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बहुत स्पष्ट कर दिया है। शेष संकल्पों को भी अगले दो वर्षों में व्यवस्थित तरीके से पूरा करेंगे।
उत्तर प्रदेश में भी निवेश हो सकता है और उद्योग लग सकते हैं, यह वर्ष 2017 के पहले सपना था, जो आज हकीकत है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 4, 2022
सरकारी नीतियों के कारण घटी बेरोजगारी दर
सीएम योगी ने कहा कि पिछले पांच साल में प्रदेश की जीडीपी में लगभग दुगुनी वृद्धि हुई है। प्रति व्यक्ति आय में भी दुगुने की वृद्धि हुई है। इस दौरान हमने प्रदेश के बजट को भी दुगुना बढ़ाया है। सीएमईआई के ताजा डेटा के अनुसार प्रदेश में 2016-17 में बेरोजगारी दर 18 फीसदी के आसपास थी, आज वह घटकर 2.9 प्रतिशत तक पहुंच गई है। इसकी मुख्य वजह औद्योगिक निवेश, सरकार की ओर से दी जाने वाली सरकारी नौकरियां, ओडीओपी की अभिनव योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना और तमाम योजनाओं को आगे बढ़ाने का परिणाम है।
ओडीओपी ने प्रदेश को एक्सपोर्ट का हब भी बनाया: योगी
सीएम योगी ने कहा कि सरकार ने 2018 में अपने स्थापना दिवस पर एक जनपद, एक उत्पाद की अपनी अभिनव योजना लागू की थी, उस समय बहुत सारे लोग कहते थे क्या होगा? प्रदेश सरकार द्वारा कानून व्यवस्था की बेहतर स्थिति को लागू करने के फल स्वरूप 21 सेक्टोरियल स्कीम को लागू करने के बाद, जो कार्यक्रम हमने आगे बढ़ाए, आज उसके बेहतरीन परिणाम हमारे सामने हैं। ओडीओपी ने प्रदेश को एक्सपोर्ट का हब भी बनाया है। इस वर्ष एक्सपोर्ट एक लाख 56 हजार करोड़ का है। 2016-17 में यह करीब 80 हजार करोड़ रुपए के आसपास था। प्रदेश में परंपरागत उत्पाद और इसके माध्यम से रोजगार की तमाम संभावनाएं भी आगे बढ़ीं हैं।
डबल इंजन की भाजपा सरकार ने 100 दिनों में प्रदेश में 10,000 से अधिक सरकारी नौकरियां दी हैं।
वहीं, स्वरोजगार से जोड़ने हेतु वृहद ऋण मेला के माध्यम से 1.90 लाख उद्यमियों को ₹16,000 करोड़ ऋण उपलब्ध कराया है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 4, 2022
पहली बार आगरा, कानपुर और गोरखपुर में फ्लेटेड फैक्ट्री कॉम्पलेक्स परियोजना हुई शुरू: सीएम
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्ग दर्शन में 80 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसमें 14 सौ से अधिक परियोजनाएं कवर हो रही हैं। प्रदेश में पहली बार उत्तर प्रदेश डाटा सेंटर स्थापित करने का हब बन रहा है। 15,950 करोड़ से अधिक के लागत से चार नए डाटा सेंटर स्थापित हो रहे हैं। इसमें चार हजार से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा। इन सौ दिनों में मेडिकल डिवाइस पार्क का शिलान्यास भी हुआ है। पहली बार आगरा, कानपुर और गोरखपुर में फ्लेटेड फैक्ट्री कॉम्पलेक्स परियोजना को शुरू किया।