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    -राजेश मिश्र

    लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में सिंगापुर की तर्ज पर देश की पहली नाइट सफारी बनेगी। लखनऊ के कुकरैल वन क्षेत्र (Kukrail Forest Area) को विश्व स्तरीय नाइट सफारी (Night Safari) और जैव विविधता पार्क के तौर पर विकसित किया जाएगा। यहां कुकरैल नदी को चैनलाइज कर आकर्षक रिवर फ्रंट बनाया जाएगा। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रदेश की राजधानी में नाइट सफारी बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी। इस समय देश में 13 ओपन डे सफारी हैं, लेकिन एक भी नाइट सफारी नहीं है। 

    इस बारे में पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि सिंगापुर की विश्व की पहली नाइट सफारी की तर्ज पर 2027.46 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैले कुकरैल वन क्षेत्र में 350 एकड़ में नाइट सफारी विकसित की जाएगी और 150 एकड़ में प्राणी उद्यान बनाया जाएगा। 

     ट्रेन की सवारी और जीप की सवारी भी की जा सकेगी

    लखनऊ शहर के भीतर मौजूद चिड़ियाघर को कुकरैल में शिफ्ट कर दिया जाएगा। विश्व स्तरीय सुविधाओं के तहत नाइट सफारी में स्थानीय गाइड के साथ ट्रेन की सवारी और जीप की सवारी भी की जा सकेगी। इसके अलावा कैनोपी वाक, कैंपिंग गतिविधि, माउंटेन बाइक ट्रैक, दीवार पर्वतारोहण, ट्री टॉप रेस्टोरेंट, नेचर ट्रेल और फूड कोर्ट आदि सुविधाएं विकसित की जाएंगी।

    आधुनिक थीम पार्क बनाया जाएगा

    वन मंत्री ने बताया कि नाइट सफारी में भव्य प्रवेश द्वार, व्याख्या केंद्र, बटरफ्लाई इंटरप्रिटेशन सेंटर बनाया जाएगा। इसके अलावा 75 एकड़ में तेंदुआ सफारी, 60 एकड़ में भालू सफारी और 75 एकड़ में टाइगर सफारी बनाने की योजना है। वन्य जीवों को बाड़े में न रखकर खुले आकाश में केटल ग्रिड में रखे जाएंगे। यह एक ओपन एयर  चिड़ियाघर होगा, जो केवल रात में खुलेगा। सफारी में रात में जानवरों के लिए चंद्रमा की रोशनी की नकल करते हुए मंद प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी। दिन में पर्यटकों के लिए आधुनिक थीम पार्क बनाया जाएगा।

    विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी

    मंत्रिपरिषद की बैठक में मंजूर किए गए प्रस्ताव के मुताबिक, प्राणि उद्यान और नाइट सफारी की स्थापना में मौजूदा वनस्पति और जीवों को यथासम्भव प्रभावित न करते हुए, अधिक से अधिक ऐसे खुले क्षेत्र, जो वर्तमान में उपयोग में नहीं हैं, उनका ही प्रयोग किया जाएगा। कुकरैल वन क्षेत्र जहां-जहां बाहरी क्षेत्र और मार्ग से जुड़ा है, वहां चार लेन के मार्गों का निर्माण किया जाएगा, जिससे वहां आने वाले पर्यटकों को कोई असुविधा न हो। प्राणि उद्यान और नाइट सफारी की स्थापना के लिए मुख्य सचिव के स्तर पर बैठक कराकर इसकी प्रक्रिया का निर्धारण जल्द कराया जाएगा। कुकरैल नदी को चैनलाइज कर आकर्षक रिवर फ्रंट के रूप में विकसित किया जाएगा। प्राणी उद्यान और कुकरैल नाइट सफारी में पर्यटकों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।