नई दिल्ली/लखनऊ. उत्तर प्रदेश से आ रही एक बड़ी खबर के अनुसार राम नवमीं और हनुमान जयंती पर देशभर में हुए शोभायात्रा विवादों और सांप्रदायिक हिंसक घटनाओं के मद्देनजर अब उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी सरकार (Yogi Goverment) ने बड़ा फैसला लिया है। जी हाँ, उत्तरप्रदेश CMO के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर यह बड़ा ऐलान हुआ है कि अब से कोई भी शोभायात्रा/धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के नहीं निकाली जाएगी।
कोई शोभायात्रा/धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाली जाए। अनुमति से पूर्व आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र लिया जाए।
अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दिया जाए, जो पारंपरिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए:#UPCM श्री @myogiadityanath जी— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) April 18, 2022
इतना ही नहीं अनुमति से पूर्व वहां के आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र भी लिया जाएगा। साथ ही यह जरुरी अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दिया जाए, जो पारंपरिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति अब नहीं दी जाएगी।
क्यों लिया गया ये फैसला
पता हो कि बीते कुछ दिनों में राम नवमी से लेकर नवरात्र तक अलग-अलग राज्यों में धार्मिक जुलूस के दौरान हिंदू और मुस्लिम में हिंसा के कई मामले सामने आए हैं। हालांकि उत्तर प्रदेश में अभी तक ऐसी कोई भी स्थिति का निर्माण नहीं हुआ है। इसके बाद भी यह राज्य सरकार का एहतियातन कदम है।
उद्धव सरकार का भी अहम फैसला
इधर इस बाबत महाराष्ट्र सरकार ने भी प्रदेश में शांति बनाए रखने के लिए बीते सोमवार को एक बड़ा फैसला किया था। जिसके तहत अब धार्मिक स्थलों (मंदिर, मस्जिद) पर लाउडस्पीकर लगाने से पहले राज्य सरकार से इसकी विधिवत अनुमति लेना अनिवार्य़ होगा। अब से जो भी बिना अनुमति इसे बजाएगा, उसके खिलाफ सख्त और दण्डात्मक कार्रवाई की जाएगी।