These 5 children of Mumbai together made 'Drona' robot, part of International Robotics Olympics

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    मुंबई : देश में ऐसे कई प्रतिभाशाली (Talented) बच्चे हैं जो आए दिन अपने देश का नाम रोशन करते रहते हैं। बच्चों को आजकल स्कूलों में भी ऐसी कई एक्टिविटी कराई जाती है। जिससे बच्चों को कुछ अच्छा और नया करने का इंस्पिरेशन मिलता है, लेकिन आज हम आपको मुंबई (Mumbai) की झुग्गी झोपड़ियों से आने वाले ऐसे 5 बच्चों के बारे में बताने जा रहें हैं। जिनका चुनाव ‘फर्स्ट ग्लोबल चैलेंज रोबोटिक्स ओलंपिक’ के लिए किया गया है। जी हां आपने बिल्कुल सही सुना।

     180 देश के बच्चे हैं शामिल 

    आपको बता दें कि इसके लिए कुल 5 बच्चों का चयन किया है। जिसमें निखत खान, पारस पावटे, प्रीतम थोपटे, सुमित यादव और रोहित साठे शामिल हैं। गौरतलब है कि ये सभी बच्चे स्विट्ज़रलैंड के जिनेवा में होने वाले रोबोटिक्स ओलंपिक (Robotics Olympics) में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। जानकारी के मुताबिक रोबोटिक्स ओलंपिक में दुनियाभर के 180 देशों के बच्चे हिस्सा ले रहे हैं। जो 13 से 16 अक्टूबर तक आयोजित किया गया है।  

    ऐसे हुआ सिलेक्शन 

    दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्किल डेवलपमेंट योजना के तहत मुंबई की एक एनजीओ सलाम बॉम्बे फाउंडेशन ने एक निजी कंपनी के साथ मिलकर टैलेंट हंट के माध्यम से मुंबई के झुग्गी- झोपड़ियों में रहने वाले इन 5 बच्चों का सिलेक्शन किया है। 

    बच्चों ने फहराया 170 से अधिक देशों के सामने भारत का तिरंगा 

     
     
     
     
     
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    ‘द्रोणा’ रोबोट किया तैयार 

    गौरतलब है कि इन बच्चों को रोबोटिक्स से संबंधित ट्रेनिंग दी गई है। जिसकी मदद से बच्चों ने ‘द्रोणा’ नाम का एक रोबोट तैयार किया है। हैरानी की बात तो ये है कि इन सभी बच्चों की उम्र करीब 14 से 17 साल के बीच है।