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दिल्ली: OpenAI ने अपना चैटबॉट ChatGpt लॉन्च किया है। यह एक आर्टिफिशियल चैटबॉट (Official ChatBot) है। कई टेक कंपनियां एआई बनाने की कोशिश कर रही हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) कई क्षेत्रों में इस्तेमाल हो सकता है। एआई चिकित्सा क्षेत्र (Treatment) में भी प्रमुख भूमिका निभा सकता है। ऐसा कहने की वजह ये है कि हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है। जिसमें एआई आधारित सॉफ्टवेयर (Software) की मदद से महिलाओं में होने वाले ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) का पता लगाया गया है।

रेडियोलॉजिस्ट को सब कुछ सामान्य दिख रहा था एक्स-रे में 

इसके बारे में आश्चर्यजनक बातों में से एक यह है कि सामान्य एक्स-रे (X-Ray) में रेडियोलॉजिस्ट (Radiologist) को सब कुछ सामान्य दिख रहा था। लेकिन एआई सॉफ्टवेयर में ब्रेस्ट कैंसर का पता चला है। एक अखबार (Newspaper) में छपी खबर के मुताबिक, बीएसीएस-किस्कुन काउंटी अस्पताल में काम करने वाले डॉ. ईवा एम्ब्रोजे ने सॉफ्टवेयर की मदद से एक महिला में ब्रेस्ट कैंसर का पता लगाया है। उन्हें स्कैन में छोटे लाल घेरे (Red Dot) मिले जो सामान्य एक्स-रे में दिखाई नहीं दे रहे थे। हंगरी में ब्रैस्ट कैंसर डिटेक्शन सेंटर (Cancer Detection Center) का आयोजन किया जाता हैं। यहां हर साल करीब 5 अस्पतालों (Hospital) और क्लीनिकों में 35,000 से ज्यादा मरीजों की जांच की जाती है।

कई बार रेडियोलॉजिस्ट  कर देते हैं कई छोटी-छोटी गलतियां

इन जांचों (Test) को एआई सॉफ्टवेयर द्वारा सहायता प्रदान की जाती है, जो 2021 से शुरू हुई है। एक रिपोर्ट में एक डॉक्टर (Doctor) ने बताया कि एआई की मदद से इंसानी भूल (Human Mistake) को कम किया जा सकता है। कई बार रेडियोलॉजिस्ट कई छोटी-छोटी गलतियां कर देते हैं जिससे मरीजों (Patients) को काफी परेशानी होती है। लेकिन अब एआई की मदद से इन चीजों में सुधार किया जा सकता है और एआई स्वास्थ्य क्षेत्र (Health Sector) में बड़ी भूमिका (Role) निभा सकता है। एआई के एक विशेषज्ञ (Specialist) ने बताया कि एआई डॉक्टरों की जगह नहीं ले सकता। लेकिन एआई की मदद से मरीज को बेहतर और सटीक तरीके से मदद की जा सकती है।