भिवंडी. महाराष्ट्र स्थित नांदेड, सोलापुर, औरंगाबाद, मुंबई एवमं मालेगांव आदि शहरों में उर्दू घर निर्माण की मंजूरी शासन द्वारा प्रदान की गई है। भिवंडी अल्पसंख्यक बाहुल्य शहर होने के बावजूद शासन द्वारा उर्दू घर खोले जाने की मंजूरी नहीं प्रदान कर सरासर अन्याय किया गया है। राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर उक्त गंभीर आरोप लगाते हुए समाजवादी विधायक रईस शेख नें भिवंडी में उर्दू घर खोले जाने की मांग अल्पसंख्यक व कौशल्य विभाग मंत्री नवाब मलिक को लिखित पत्र देकर की है।
गौरतलब, हो कि शासन द्वारा उर्दू भाषा के संरक्षण हेतु नांदेड, सोलापुर, औरंगाबाद, मुंबई एवमं मालेगांव आदि शहरों में उर्दू घर खोले जाने की मंजूरी प्रदान की गई है। शासन उक्त शहरों में उर्दू घर खोले जाने हेतु आर्थिक सहयोग करेगा। भिवंडी से सपा विधायक रईस शेख नें अल्पसंख्यक व कौशल्य विकास मंत्री से भेंट कर लिखित पत्र देते हुए कहा कि ठाणे जिला अंतर्गत भिवंडी, कल्याण, डोंबिवली, शहापुर आदि शहरों में भारी तादाद में मुस्लिम समाज के लोग रहते हैं। अल्पसंख्यक शहर भिवंडी में करीब 56% से अधिक मुस्लिम समाज के लोग रहते हैं।
भिवंडी महानगरपालिका हद्द अंतर्गत उर्दू माध्यम के 70 महानगरपालिका प्राइमरी शाला सहित निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा संचालित करीब 30 उर्दू माध्यमिक स्कूल सहित 7 जूनियर कॉलेज भिवंडी में हैं। उर्दू भाषा में उच्च शिक्षण हेतु हजारों विद्यार्थी यशवंत राव चव्हाण मुक्त यूनिवर्सिटी (नाशिक) एवं मौलाना आजाद नेशनल यूनिवर्सिटी (हैदराबाद) में शिक्षण प्राप्त करते हैं। भिवंडी में करीब 25-30 हजार विद्यार्थी प्रतिवर्ष उर्दू माध्यम से शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। सपा विधायक रईस शेख नें अल्पसंख्यक विभाग मंत्री नवाब मलिक से मांग की है कि अल्पसंख्यक नगरी भिवंडी में उर्दू घर के खुल जाने से नजदीक स्थित ठाणे, कल्याण डोंबिवली शाहपुर आदि क्षेत्रों में रहने वाले हजारों मुस्लिम समाज के बच्चों को शिक्षण में भारी फायदा मिलेगा।
सपा विधायक रईस शेख ने मंत्री नवाब मलिक से अपील करते हुए कहा कि अगर शासन के पास निधि का अभाव है तो वे हजारों विद्यार्थियों के स्वर्णिम भविष्य एवमं शिक्षण सुविधा के खातिर विधायक फंड से 50 लाख रुपए का आर्थिक फंड मुहैया कराये। अल्पसंख्यक एवं कौशल्य विकास मंत्री नवाब मलिक ने सपा विधायक रईस शेख को उक्त संदर्भ में शीघ्र सकारात्मक निर्णय लिए जाने का भरोसा दिया है।