no Water supply
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  • जलाशय क्षेत्रों में अपेक्षा से कम हुई बरसात 

ठाणे. अब तक तो सिर्फ ठाणे जिले के शहरी हिस्सों पर इंद्रदेव मेहरबान होकर झमाझम बरसात कर रहे थे, लेकिन अब इंद्रदेव ने आम जनता की पुकार सुनते नजर नाइ आए जलाशय क्षेत्रों में अपेक्षा से कम बरसात दर्ज हुई. हालांकि धीरे-धीरे ठाणे जिले को पानी की आपूर्ति करनेवाले बारवी और भातसा डैम भरते नजर आ रहे हैं, परन्तु पिछले वर्ष की अपेक्षा कम ही है. ऐसे में यदि जलाशय वाले क्षेत्रों में आगामी दिनों में अच्छी बरसात नहीं हुई तो अगली बरसात तक ठाणेकरों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है. अर्थात पूरा वर्ष ठाणेकरों को पानी का टेंशन हो सकता है. 

    गौरतलब है कि ठाणे जिले के विभिन्न शहरों में भारी बरसात बुधवार से ही देखी गई थी, लेकिन जिले के जलाशय वाले क्षेत्रों में बरसात बेहद कम होने से चिंता बढ़ गई है. वैसे ठाणे जिले में बारावी, भातसा, आंध्रा और मध्य वैतरणा बांधों से पानी की आपूर्ति की जाती है.   

भातसा डैम 63.94 प्रतिशत भर चुका 

ठाणे जिले को जलापूर्ति करनेवाले भातसा और बारवी डैम का जलस्तर थोड़ा कम था. तीन दिन पहले भातसा डैम 54 प्रतिशत तो बारवी डैम केवल 47 प्रतिशत ही भरा हुआ था, लेकिन तीन दिनों में इंद्रदेव ने जलग्रहण क्षेत्रों में बरसात कर भातसा और बारवी डैम को भरना शुरू कर दिया है. वर्तमान समय में 942.100 दलघमी की क्षमता रखनेवाला भातसा डैम 63.94 प्रतिशत भर चुका है वहीं 336.840 दलघमी की क्षमता रखनेवाला बारवी डैम 55.69 प्रतिशत भर चुका है. वहीँ आंध्रा 40.44 फीसदी और मध्य वैतरणा सिर्फ 52.74 फीसदी ही भर पाया है. तीन दिन पहले की तुलना में आज के दिन तक जलाशय क्षेत्रों में अधिक बरसात हुई है जिसके चलते दोनों डैम के जलस्तर बढ़ तो रहा है, लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में काफी कम है. 

जिले को पानी आपूर्ति का बारवी बांध है मुख्य श्रोत 

ठाणे जिले के विभिन्न महानगर पालिकाओं, नगर पालिकाओं और ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांशतया पानी की आपूर्ति बारवी बांध से की जाती है. इस बांध का पिछले वर्ष 9 अगस्त तक कुल 85 फीसदी पानी का संचय हुआ था, लेकिन इस बार अब तक सिर्फ 55.69 फीसदी पानी का ही संचय हो पाया है. 

ऊंचाई बढ़ाने से बढ़ा है जल संचय 

बारवी बांध का पहले 68.60 था और जल संचय की क्षमता 238.34 द.ल.घ.लीटर थी, लेकिन पिछले वर्ष इसकी ऊंचाई 5 मीटर बढ़ायी गयी थी और वर्तमान समय में इसकी ऊंचाई 72.60 हो गई है. इससे इस बायं में जल संचय की क्षमता में 103 द.ल.घ. मीटर बढ़ गयी है और अब इसकी कुल क्षमता 338.840 द.ल.घ. मीटर है. जिसमें से 188.690 द.ल.घ.लीटर पानी जमा हो गया है. ऐसे में यदि इस बांध का जल संचय 85 फीसदी से ऊपर जाता है तो ही जिले में पानी की किल्ल्त से निजात मिल सकती है. 

बाढ़ की नो टेंशन

जिला कलेक्टर के अधिकारियों अनुसार पिछले वर्ष भीषण बरसात के कारण भातसा डैम ओवरफ्लो हो गया था जिस वजह से आसपास के इलाकों को बाढ़ का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस वर्ष धीरे-धीरे डैम भर रहा है और इस वर्ष डैम ओवरफ्लो नहीं होगा. जिससे आम नागरिकों को बाढ़ का सामना नहीं करना पड़ेगा.