ठाणे जिले में नहीं दिखा तूफान का असर

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– नहीं घटी कोई अप्रिय घटना

ठाणे. बुधवार को निसर्ग चक्रवात का असर ठाणे जिले में अपेक्षा के अनुरूप कम ही नजर आया. दक्षिण-पूर्व और पूर्व-मध्य अरबी समुद्र में बने चक्रवाती तूफान का कोई ख़ास असर ठाणे जिला सहित शहर में नहीं दिखा और कोई अप्रिय घटना नहीं हुई. शहर में सिर्फ तेज हवा के साथ वर्षा शुरू रही, लेकिन वर्षा की रफ्तार धीमी रही. तेज हवा के चलते शहर के विभिन्न स्थानों पर 26 पेड़ गिरे. इसके अलावा 7 स्थानों पर टहनियां गिरने की घटना हुई, लेकिन कहीं भी किसी भी प्रकार के जानमाल कोई नुकसान नहीं हुआ. 

कुछ जगहों पर पेड़ गिरे

बता दें कि मौसम विभाग के मुताबिक महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से चक्रवाती तूफान करीब 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से टकराया. जिसके बाद मुंबई के ज्यादातर इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश देखी गई, लेकिन जिले में किसी भी प्रकार की जानमाल कि हानि नहीं हुई है. हालांकि  कुछ जगहों पर पेड़ और पेड़ की टहनियों की गिरने की घटना जरुर सामने आई है. जिसमें राबोडी, घंटाली, इंदिरानगर पोलीस स्टेशन, सावरकर नगर, लुईस वाडी, कोपरीतील बारा बंगला, वागले इस्टेट, भक्ति मंदिर मार्ग, साईनाथ नगर मुंब्रा, मनीषा नगर और कलवा का समावेश है. इन जगहों पर तेज हवाओं के साथ 26 पेड़ गिरने और 7 पेड़ों के टहनियां गिरने की खबर है. 

निचले क्षेत्र में पानी जमा होने की शिकायत नहीं आई

समाचार लिखे जाने तक शहर में कुल करीब 13 मिलीमीटर वर्षा आंकी गयी थी. शहर में कहीं भी किसी निचले क्षेत्र में पानी जमा होने की शिकायत नहीं आई. कई इलाको में बिजली गुल होने की घटना हुई. ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे पर ठाणे के प्रवेश द्वार के रूप में बने स्ट्रक्चर पर चारो तरफ लगाई टाइल्स का कुछ हिस्सा नीचे बीच सड़क पर जा गिरा, हालांकि कोई अनहोनी नहीं हुई. वैसे इस स्ट्रक्चर को सड़क विस्तारीकरण के चलते मनपा की तरफ से निकालने का काम शुरू है. 

कुछ सालों पहले ठाणे शहर को सुंदर लुक देने के लिए मनपा की तरफ से कई लाखों का खर्च कर ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे पर ठाणे के आंनद नगर चेकनाका तथा मॉडेला चेकनाका पर कमानीदार प्रवेश द्वार बनाया गया था. तूफ़ान को देखते हुए मनपा आयुक्त विजय सिंघल और जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे की नजर शहर पर बारिकी से लगी थी. सिंघल और शिंदे मनपा के आपदा प्रबंधन के लगातार संपर्क में थे. उन्होंने दोपहर को आपदा प्रबंधन कक्ष का दौरा किया था और अधिकारियों से स्थिति का जायजा लिया था.

लोगों को सुरक्षित स्थान पर किया गया था स्थान्तरित

आपात स्थिति का सामना करने के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित मनपा की खुद की टीडीआरएफ टीम को तैयार रखा गया था. वहीं जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर भी जिले के ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में नजर बनाएं हुए थे, जबकि खाड़ी और समुद्र के किनारे रहने वालों को करीब संभावित खतरे को देखते हुए निचले और के स्कूल और अन्य सुरक्षित स्थान पर स्थान्तरित करने किया गया था. शहर के सभी अस्पतालों को अलर्ट किया गया था.