उल्हासनगर शहर का कल 71वां  स्थापना दिवस

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उल्हासनगर. उल्हासनगर पूरी दुनिया में व्यापार और नई-नई खोज के लिए मशहूर है. भारत में केवल उल्हासनगर एक ऐसा शहर है जिसका जन्मदिन मनाया जाता है. अखंड भारत के विभाजन के बाद पाकिस्तान बनने पर धर्म की ख़ातिर सिंध प्रान्त में अपना सब कुछ छोड़कर आए सिंधी समाज ने ट्रांजिट कैम्प में अपने जीवन की नई शुरूआत नए सपनों के साथ की अपने पूरे परिवार के साथ दिन-रात मेहनत करके कन्फैक्शनरी, बिस्किट, कपड़ों, रेडीमेड, गाउन, जींस, इलेक्ट्रॉनिक, लकड़ी और स्टील फर्नीचर,  बिल्डर, खाने के नए-नए व्यंजन सहित कई छोटे-बड़े उद्योगों से जाना पहचाना जाता है. उल्हासनगर के सिंधी समाज ने देखते ही देखते भारत सहित पूरी दुनियां में अपना परचम लहराया है. उल्हासनगर का शिलान्यास गवर्नर जनरल ऑफ़ इंडिया सी गोपालाचारी के शुभ हाथों से 8 अगस्त 1949 को हुआ था.

इन लोगों ने दी बधाई

 मनपा की महापौर लीलाबाई आशान,  उपमहापौर भगवान भालेराव, विधायक कुमार आयलानी, शिवसेना शहर प्रमुख राजेंद्र चौधरी, मनपा के जनसंपर्क अधिकारी डॉ युवराज भदाणे, टीओके के प्रमुख ओमी कालानी, साईं पार्टी के प्रमुख पूर्व उप महापौर जीवन इदनानी, उघोगपति और समाजसेवी महेश अग्रवाल,  युटीए के अध्यक्ष उघोगपति सुमित चक्रवर्ती, उल्हासनगर व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीश तेजवानी, नगरसेवक महेश सुखरमानी, मनोज लासी, प्रदीप रामचंदानी, राजेंद्र सिंग भुल्लर, भाजपा नेता प्रकाश माखीजा, भाजपा नेता संजय सिंग उर्फ चाचा, अजितसिंग लबाना, एनसीपी के गुटनेता भरत गंगोत्री, उघोगपति क्रमशः प्रवीण किशनानी, कांग्रेस के प्रदेश सचिव डॉ जयराम लुल्ला, पमनोहर (मन्नू) रामचंदानी, सुनील पिंपले, युटीए के कार्याध्यक्ष दीपक छतलानी, रिजवान खान, जुबेर खान, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राधाचरन करौतिया, युटीए के कमलेश निकम आदि ने शहर के स्थापना दिन की सभी शहरवासियों को बधाई दी है. 

कोरोना के कारण इस वर्ष बड़े कार्यक्रम हुए रद्द

समाजसेवी शशिकांत दायमा ने बताया कि विगत तकरीबन 20 वर्षों से स्थापना दिन मनाने की परंपरा शुरू हुई है. 8 अगस्त की सुबह से विविध सामाजिक संस्थाओं, राजनीतिक दलों से जुड़े लोग मनपा मुख्यालय के पीछे उल्हासनगर स्थापना के  शिलालेख स्थल पर आकर पुष्पअर्पित करते है, लेकिन इस बार कोरोना महामारी को लेकर बड़े कार्यक्रम प्रभावित हुए है, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के अनुसार स्थापना के शिलालेख पर फूल अर्पित किए जा सकते है.