कोरोना महामारी के दौरान ट्रैवल करने का ये है सबसे सुरक्षित तरीका

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    नई दिल्ली : कोरोना महामारी हो या और कोई आपदा हो जरुरतमंद काम करने के लिए सबको कभी न कभी घर के बहार पड़ना पड़ता हैं ऐसे में हमारा सफर सुरक्षित हो ये बेहद जरुरी हैं। कोरोना वायरस महामारी को डेढ़ साल से ज़्यादा का समय हो गया है और इस दौरान लोगों को अधिक समय घरों में बंद रहना पड़ा है। यही वजह है कि अब लोगों ने अपने शहर के आसपास मौजूद टूरिस्ट डेस्टिनेशन का रुख कर दिया है। (This is the safest way to travel during the corona pandemic)

    हालांकि, महामारी के इस वक्त घरों से बाहर निकलना इतना सुकून देने वाला नहीं है जितना सुनने में लग रहा है। सोशल मीडिया पर ऐसी तस्वीरें छाई हुई हैं, जिसमें हिल स्टेशन पर भीड़ देखी जा सकती है, जहां लोग बिना मास्क, बिना शारीरिक दूरी बनाए घूम रहे हैं। लेकिन ये आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है। ऐसे में अगर आप यात्रा करने की इच्छा रखते है, तो ध्यान रखे की आपका सफर बेहद सुरक्षित हो। तो चलिए आज हम आपको बताते है की आपकी यात्रा कैसे सुरक्षित हो सकती हैं।

    इन बातों का रखें ध्यान 

    भले ही इस वक्त कोरोना वायरस की वैक्सीन उपलब्ध है और कई लोगों ने लगवा भी ली है, लेकिन फिर भी वायरस के तेज़ी से बढ़ते वेरिएंट्स संक्रमण को फैलाने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। तो इस वक्त सफर करने का सबसे सुरक्षित तरीका क्या है? दूसरे शहर घूमने जाते वक्त लोगों को क्या एहतियात बरतने ज़रूरी हैं? आज हम बता रहे हैं कुछ ऐसी जरूरी बातें, जिनका ट्रेवल करने से पहले ध्यान रखना बेहद जरूरी है।

    वैक्सीन से हो सकता है सफर सुरक्षित  

    घर से बाहर अगर आप निकलते हैं, तो समझ लीजिए कि संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन अगर आपने वैक्सीन लगवा ली है, तो आप कुछ हद तक सुरक्षित हो सकते हैं। वैक्सीन आपको संक्रमित होने से नहीं बचा सकती, लेकिन संक्रमित होने पर आपकी रिकवरी आसान ज़रूर बना सकती है। कई राज्य यहां तक कि देश भी सैलानियों से वैक्सीन सर्टिफिकेट का प्रूफ मांग रहे हैं।

    भीड़ वाली नहीं बल्कि शांत जगह चुनें 

    पूरे देश में ट्रेवल और टूरिज्म खुल चुका है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि महामारी खत्म हो गई है। देश भर में कई ऐसे इलाके हैं, जो दूसरे इलाकों से कम सुरक्षित हैं। घूमने का मन है तो ऐसे इलाके चुनें जहां संक्रमण के मामले कम हों, और जो टूरिस्ट डेस्टिनेशन न हो। यानी नैनीताल, मनाली, मसूरी जैसी जगहें जहां आमतौर पर ज़्यादा लोग जाते हैं, ऐसी जगहों पर संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही ऐसे समय पर जाएं, जब सैलानी कम होते हैं।

    इन बातों को करें सुनिश्चित 

    सफर करने के दौरान कोविड-19 के जोखिम को कम करने के लिए सेफ्टी बबल को बनाए रखें। सेफ्टी बबल का मतलब है कि अगर आप ट्रेवल कर रहे हैं, तो जोखिम को कम करने के लिए सुनिश्चित करें कि सब को वैक्सीन लग गई है, सावधानियां बरतें और कम से कम घूमें।

    ज़रूरत पड़ने पर क्वारंटाइन करें

    अगर आप किसी ऐसी जगह जा रहे हैं, जहां कोविड मामले ज़्यादा हैं, या किसी ऐसी जगह से आ रहे हैं, जहां केस ज़्यादा थे, तो बेहतर है कि क्वारंटाइन करें।

    कार में सफर करते हुए कोविड-19 से कैसे बचें

    कोविड-19 के इस समय में अपनी कार से सफर करना सबसे सुरक्षित माना जा रहा है, लेकिन यह सुनिश्चित करना भी ज़रूरी है कि कार पूरी तरह से सैनिटाइज्ड हो, सभी लोग मास्क पहनें।

    क्या प्लेन से सफर करना सुरक्षित है?

    फ्लाइट से सफर करने में संक्रमण का जोखिम कम है, लेकिन एयरपोर्ट में आपका संक्रमित होना आसान है। ऐसी जगह संक्रमण से बचना मुश्किल है, लेकिन मास्क और फेस शील्ड ज़रूर पहनें।

    बच्चों के साथ कैसे ट्रैवल करें?

    अगर आप बच्चों के साथ सफर कर रहे हैं, तो आपको ज़्यादा सावधानियां बरतनी होंगी। बच्चों को इस वक्त वैक्सीन नहीं लग रही है, साथ ही छोटे बच्चों को हर वक्त मास्क पहनना मुश्किल भी है। बच्चों को गाइडलाइन्स के बारे में समझाएं और प्ले-एरिया का इस्तेमाल न करने दें।