BJP MLA Ravindra Nath
भाजपा विधायक रविंद्र नाथ त्रिपाठी

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    भदोही (उत्तर प्रदेश). भदोही जिले में पंचायत चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ नामांकन दाखिल करने और उसके दफ्तर पर जबरन कब्जा करने के मामले में भाजपा विधायक रविंद्र नाथ त्रिपाठी के भाई और भतीजे समेत कुल 11 कार्यकर्ताओं को दल से एक साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।

    भाजपा जिलाध्यक्ष विनय श्रीवास्तव ने रविवार को संवाददाताओं से कहा, ‘‘पार्टी हमेशा भाई भतीजावाद से परहेज करती रही है। भदोही शहर सीट से भाजपा विधायक रविंद्र नाथ त्रिपाठी के सगे भाई अनिरुद्ध त्रिपाठी, भतीजे सचिन त्रिपाठी और चंद्रकांत त्रिपाठी जिला पंचायत के विभिन्न वर्गों से टिकट मांग रहे थे। मना करने के बावजूद इन तीनों ने वार्ड संख्या सात, आठ और नौ पर पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ पर्चा भरा और लगातार पार्टी के उम्मीदवारों की जमानत जब्त होने का प्रचार किया।”

    श्रीवास्तव ने कहा कि विधायक रविंद्र नाथ त्रिपाठी के परिवार के लोगों ने कहा कि अगर सिर्फ वार्ड नंबर आठ पर चंद्रकांत को अधिकृत कर दिया जाए तो परिवार मान जाएगा। जिला अध्यक्ष ने बताया कि अभी यह बात प्रदेश स्तर पर चल रही थी कि इसी बीच रविवार दोपहर चंद्रकांत त्रिपाठी ने यह घोषित कर दिया की भाजपा ने उन्हें टिकट दे दिया है और इसके बाद वार्ड नंबर आठ के अधिकृत भाजपा उम्मीदवार गौरी शंकर मिश्रा के कार्यालय पर समर्थकों के साथ ज़बरदस्ती उनके समर्थकों को मारपीट कर कब्ज़ा कर लिया।

    श्रीवास्तव ने बताया कि पार्टी ने इसे गंभीर मानते हुए विधायक के भाई अनिरुद्ध, भतीजे चंद्रकांत और सचिन त्रिपाठी सहित कुल 11 लोगों को पार्टी से छह साल के लिए निकाल दिया है।