नई दिल्ली: एक अच्छी सोच इंसान को मजबूर कर देती है अपने बुरी सोच को खत्म करने के लिए और उस अच्छी सोच को स्वीकार करने के लिए। वैसे तो किसी चीज को लेकर समाज में जागृती लाना है तो वह द्वेष से नहीं बल्कि प्यार से ही लाइ जा सकती है, इसका एक उदाहरण आज हम आपको देने जा रहे है, जिसे देख आपके चेहरे पर भी एक ख़ुशी भरी मुस्कुराहट आए जाएगी। आइए जानते क्या है पूरी कहानी..
एशिया का पहला कैफे जो…
जी हां अब दौर बदल रहा है, लोग अब थीम के आधार पर कारोबार के साथ समाज को एक अनोखा संदेश भी दिया जा रहा है। आज हम जिसकी बात कर रह रहे हैं, वो है कोलकाता के एक अनोखा कैफे जो एक खास थीम पर आधारित कैफे है, इस कैफे के जरिये पूरी दुनिया में सकारात्मक सोच का एक खास संदेश दिया जा रहा है। कोलकाता में एचआईवी पॉजिटिव लोगों के लिए आशा की नई किरण दिखाता यह कैफे एशिया का पहला ऐसा कैफे है, जिसका संचालन एचआईवी पॉजिटिव लोग कर रहे हैं।
HIV पॉजिटिव लोग करते है काम…
बता दें कि एचआईवी (HIV) को लेकर समाज में फैली रूढ़िवादी पहले से है इस सोच पर आधुनिक समय का असर पड़ता नजर आ रहा है। इसका जीता जागता उदाहरण है कोलकाता का इस यह कैफे। जी हां इस कैफे की खास बात यह है कि यहां सिर्फ एचआईवी से पीड़ित लोग ही काम करते हैं। बता दें कि एचआईवी पॉजिटिव कर्मचारियों द्वारा संचालित होने वाला यह एशिया का पहला कैफे है, जो एक सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ रहा है।
Coffee Beyond Boundaries: Asia’s first cafe in Kolkata run, managed by HIV-positive staff
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— ANI Digital (@ani_digital) April 9, 2022
ये है खास टैगलाइन
महत्वपूर्ण बात यह है कि ज़ाहिर तौर पर ये कैफे वहां काम करने वाले लोगों को जीवन यापन करने की आशा और अवसर दे रहा है, साथ ही जीने के लिए एक नई राह और प्रेरणा भी दे रहा है। कोलकाता का यह ‘कैफे पॉजिटिव’ एचआईवी पॉजिटिव कर्मचारियों के जीवन में कुछ बदलाव लाने में एक मिसाल कायम कर रहा है। आपको बता दें कि इस कैफे की टैगलाइन ‘सीमाओं से परे कॉफी’ रखी गई है। इसका उद्देश्य एचआईवी पॉजिटिव लोगों के प्रति जागरूकता फैलाना है,और उनके प्रति समाज में अपनापन लाना है।