(Image-Twitter-@ShanghaiEye)
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    नई दिल्ली: अक्सर डॉक्टर्स (Docters) को भगवान का रूप कहा जाता है, कई बार यह सच भी होता है, जो काम हम आम लोग नहीं कर सकते वो काम वे बड़े ही कुशलता के साथ वे कर देते है। ऐसा ही कुछ ब्राज़ील (Brazil) के डॉक्टर्स ने किया है, जिसकी चर्चा अब पूरी दुनिया में हो रही है। दरअसल यहां जुड़वां बच्चों का दिमाग आपस में जुड़ा हुआ था, अब उन्हें एक ब्रिटिश न्यूरोसर्जन की मदद से सफलतापूर्वक अलग कर दिया गया है।

    आपको बता दें कि तीन वर्षीय बर्नार्डो और आर्थर लीमा (Bernardo and Arthur Lima) के रियो डी जनेरियो में सात ऑपरेशन हुए, जिसकी देखरेख ग्रेट ऑरमंड स्ट्रीट अस्पताल (Great Ormond Street Hospital) के बाल रोग सर्जन डॉ. नूर उल ओवासे जिलानी (Dr Noor ul Owase Jeelani) ने की। 

    दरअसल डॉक्टरनूर उल ओवासे जिलानी (Dr Noor ul Owase Jeelani) की चैरिटी जेमिनी अनट्वाइंड, जिसने सर्जरी के लिए फंड दिया उसने इस ओप्रशन के बारे में कहा कि यह अब तक की सबसे जटिल यानी बेहद कठिन ऑपरेशन प्रक्रियाओं में से एक थी। आइए जानते है इस पूरे ऑपरेशन के बारे में… 

     

    सर्जरी करने दुनिया के डॉक्टर्स आए एक साथ

    दरअसल लंदन और रियो के सर्जनों ने सीटी और एमआरआई स्कैन के आधार पर जुड़वा बच्चों के वीआर प्रोजेक्शन्स का यूज करते हुए कई महीनों तक तकनीकों का परीक्षण किया। जिलानी ने इसे स्पेस-एज स्टफ बताते हुए कहा कि दुनिया में पहली बार, अलग-अलग देशों के सर्जनों ने हेडसेट पहने और एक ही वर्चुअल रियलिटी रूम में एक साथ ऑपरेशन किया। इस ऑपरेशन के बारे में उन्होंने आगे कहा, ‘यह बहुत बढ़िया है। बच्चों को किसी भी जोखिम में डालने से पहले शरीर रचना को देखना और सर्जरी करना वाकई बहुत अच्छा है। आप कल्पना कर सकते हैं कि सर्जनों के लिए यह कितना आश्वस्त करने वाला है।’ इस तरह  इस नामुमकिन काम को डाक्टरों की कड़ी मेनहत से मुमिकन किया गया। 

     

    27 घंटे चला जटिल ऑपरेशन

    इस ऑपरेशन प्रक्रिया के बारे में बताते हुए डॉ. जिलानी ने कहा, ‘कुछ मायनों में, इन कार्यों को हमारे समय का सबसे कठिन माना जाता है, और इसे वर्चुअल रियलिटी में करना वास्तव में मंगल ग्रह पर मानव के पहुंचने के सामान था।’ आगे इस बारे में जिलानी ने बताया कि 27 घंटे की सर्जरी के दौरान उन्होंने भोजन और पानी के लिए केवल चार 15 मिनट का ब्रेक लिया।

    ऑपरेशन के बाद…

    आपको बता दें कि ऑपरेशन से अलग होने के बाद जुड़वा बच्चों के रक्तचाप और हृदय गति तेज थे, जब तक कि वे चार दिन बाद फिर से नहीं मिले और हाथों को छुआ।अब ऑपरेशन के बाद दोनों लड़के ठीक हो रहे हैं। जिलानी ने ब्राजील में इंस्टीट्यूटो एस्टाडुअल डो सेरेब्रो पाउलो निमेयर में बाल चिकित्सा सर्जरी के प्रमुख डॉ गेब्रियल मुफरेज के साथ इस कठिन प्रक्रिया का नेतृत्व किया है।

    एक ऑपरेशन ने बदल दी जिंदगी

    डॉ. मुफरेज ने कहा, ‘चूंकि लड़कों के माता-पिता ढाई साल पहले रोराइमा क्षेत्र में अपने घर से रियो आए थे, इसलिए वे यहां अस्पताल में हमारे परिवार का हिस्सा बन गए थे। हमें खुशी है कि सर्जरी इतनी अच्छी तरह से हुई और लड़कों और उनके परिवार का जीवन बदलने वाला परिणाम आया है।’ बर्नार्डो और आर्थर एक जुड़े हुए मस्तिष्क वाले सबसे पुराने क्रानियोपैगस जुड़वां हैं जिन्हें अलग किया गया, जो अब स्वस्थ है।