(Image-Social Midea)
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    नई दिल्ली: शादियां तो आपने खूब अटेंड की होगी, लेकिन ऐसे दूल्हा-दुल्हन आज तक नहीं देखे होंगे। जी हां उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में एक अनोखी शादी बहुत चर्चा में बनी हुई है। दरअसल इस शादी में दूल्हा दुल्हन को लड़का-लड़की नहीं बल्कि कुत्ता कुतिया थे। बता दें कि हमीरपुर के भरुआ सुमेरपुर में रविवार को यह शादी दो संतों के कुत्ता-कुतिया की थी। संत अपने पालतू पशुओं का विवाह कराकर एक दूसरे के समधी बन गए। बारात की सारी रस्में हिंदू रीति रिवाज के साथ संपन्न हुई। इतना ही नहीं बल्कि धूमधाम से बारात निकली। द्वारचार, भांवरे, कलेवा की रस्में भी निभाई गईं। आइए जानते है इस अनोखी शादी के बारे में… 

    दो संत बने समधी.. 

    आपको बता दें कि बिहार के सौंखर और सिमनौड़ी गांव के बीहड़ों में मनासर बाबा शिव मंदिर है। इस मंदिर के महंत स्वामी द्वारका दास महाराज हैं। उन्होंने अपने पालतू कुत्ते कल्लू का विवाह मौदहा क्षेत्र के परछछ गांव के बजरंगबली मंदिर के महंत स्वामी अर्जुन दास महाराज की पालतू कुतिया भूरी के संग तय किया, और उसे बड़े अच्छे से संप्पन भी किया। 

    कुत्ते की निकली बारात 

    आपको बता दें कि यह शादी 5 जून को संपन्न हुई। तय तिथि के अनुसार द्वारका दास महाराज और अर्जुन दास महाराज ने अपने शिष्यों, शुभचिंतकों को कार्ड भेजकर विवाह समारोह में शामिल होने का आग्रह किया। बारात की निकासी मनासर बाबा शिव मंदिर से गाजे-बाजे के साथ हुई। बारात ने सौंखर गांव की गलियों में भ्रमण किया। इसके बाद बारात मौदहा क्षेत्र के परछछ गांव के लिए रवाना हुई। यहां पर बजरंगबली मंदिर के महंत स्वामी अर्जुन दास महाराज ने बारात की भव्य अगवानी की और स्वागत सत्कार के बाद द्वारचार, चढ़ावा, भांवरों, कलेवा की रस्म पूरी कराकर बारात को धूमधाम के साथ सम्मान विदा किया।

    दोनों को यूं सजाया 

    जैसे आम लोगों की शादी बड़े धूमधाम से होती है, ठीक वैसे ही कुत्ते और कुतिया की शादी हुई। जी हां आपको बता दें कि कुत्ता-कुतिया को नए कपड़े और सोने-चांदी के जेवरों से सजाया-संवारा गया। बरातियों के लिए कई तरह के व्यंजन तैयार कराए गए थे। यह अनोखी शादी पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई थी। बारात में दोनों पक्षों की तरफ से करीब 500 लोग शरीक हुए। बारात में शामिल हुए लोगों से आप अंदाजा लगा सकते है कि यह शादी कितने बड़े पैमाने पर हुई है। 

    रस्मो- रिवाज के साथ हुई शादी 

    जैसा की हमने आपको पहले भी बताया कुत्ता-कुतिया के विवाह से पूर्व दोनों पक्षों ने सभी रस्मों को निभाया। पिछले सप्ताह तिलक की रस्म पूरी हो गई, जिसमें बकायदा 11 हजार रुपया कैश चढ़ाया गया था। तीन जून को जब मंडप लगा तो दोनों पक्षों की ओर से चीकट की रस्म भी अदा की गई। अब यह शादी चर्चा में बनी हुई है।