नई दिल्ली: संकट के वक्त जो शख्स हमारे काम आता है वहीं हमारे लिए भगवान होता है। गर्भवती महिला को लेबर पेन कभी बता कर नहीं आता, ऐसे में हड़बड़ाहट सी मच जाती है, खास कर तब जब गर्भवती महिला हॉस्पिटल में न होकर सफर में हो, जी हां दरअसल बीते मंगलवार को सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम दुरंतो एक्सप्रेस में एक गर्भवती महिला को अचानक प्रसूति पीड़ा होने लगी, ऐसे में उसी ट्रैन में सफर कर रही एक 23 वर्षीय मेडिकल छात्रा स्वाति रेड्डी चलती ट्रेन में बच्चे की डिलीवरी में मदद की, अब इस मेडिकल छात्र की चर्चा और तारीफ सभी लोग कर रहे है।
मेडिकल छात्र ने किया कमाल
आपको बता दें कि प्रसूति के दौरान महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया, और प्रसव के बाद बच्चा और मां दोनों बिल्कुल स्वस्थ है। आपको बता दें कि 23 वर्षीय स्वाति रेड्डी यह मेडिकल के अंतिम वर्ष की छात्रा है। गर्भवती महिला के पति डॉ. स्वाति के पास लगभग साढ़े तीन बजे पहुंचे और उन्हें नहीं पता था कि वह एक डॉक्टर हैं लेकिन जब उन्होंने डॉक्टर से अपना परिचय दिया तो उन्हें राहत मिली. डॉ. स्वाति ने अपने बयान में कहा कि रेलवे स्टाफ और कोच के लोगों ने भी बहुत सहयोग किया और उन्होंने कोच में एक अस्थायी डिलीवरी रूम बनाने में मदद की, इस तरह बड़ी सफलता के साथ महिला की डिलीवरी ट्रैन में हुई।
चलती ट्रेन में महिला की डिलीवरी
जैसा कि हमने आपको बताया कि प्रसूति करवाने वाली स्वाति विशाखापत्तनम में GITAM इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (GIMSR) में अंतिम वर्ष की मेडिकल छात्रा है। महिला के प्रसूति के बाद अपने अनुभव को साझा करते हुए स्वाति ने कहा, ‘यह अनुभव मेरे जीवन में अब तक के किसी भी अनुभव से अलग था। मैं स्वाभाविक रूप से तनाव में थी, और चूंकि मेरे पास कोई उपकरण नहीं था, इसलिए डिलीवरी में सामान्य से अधिक समय लगा। इतना ही नहीं ट्रैन मने आसपास के सभी लोगों ने मदद की और उन्होंने स्थिति को संभालने के लिए अनाकापल्ले स्टेशन पर एक आपातकालीन स्टॉप बनाया और आखिरकार स्वस्थ बच्चे के जन्म होने के बाद बहुत खुश हो गया।’
K. Swathi Reddy a medical student who was on her way to Visakhapatnam from Secunderabad on Duranto Express helped deliver a baby for a fellow passenger who went into labour suddenly. Kudos to medico. The newborn and the mother are healthy. Wishing the baby a bright future. pic.twitter.com/YNM9b3FK2W
— Managing Director – TSRTC (@tsrtcmdoffice) September 14, 2022
लड़की ने साझा किया अनुभव
डॉ स्वाति रेड्डी ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, ‘मैं जीआईटीएएम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (जीआईएमएसआर) में मेडिकल प्रोफेसरों और सहयोगियों के साथ प्रसव करती थी, जहां मैं पढ़ रही हूं, लेकिन यह पहली बार अकेले कर रही थी। इसके अलावा, वह महिला पहली बार गर्भवती हुई थी। जब मैं गर्भवती महिला के पास पहुंची, तो वह पहले से ही प्रसव पीड़ा में थी।’ ट्रेन अनाकापल्ली स्टेशन पर रुकी और तुरंत मां और नवजात को एम्बुलेंस में एनटीआर सरकारी अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया गया। फ़िलहाल इस मेडिकल छात्र के लोग तारीफों के पल बांध रहे है।