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    नई दिल्ली: आये दिन क्राइम की कई खबरें सामने आ रही है, ऐसे में एक 22 वर्षीय युवक को एक नाबालिग लड़की का अपहरण करने और उसके साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप में जेल भेजा गया था। लेकिन जमानत पर रिहा होने के बाद, जिसके कारण उसे जेल में रहना पड़ा, वह फिर से उसके साथ भाग गया। दरअसल यह चौंकाने वाली घटना महाराष्ट्र के बीड के आष्टी तालुका के एक गांव की है। आइए जानते है क्या है पूरा माजरा…. 

    पुलिस के मुताबिक आरोपी युवक का नाम तेजस मनोहर नेटके (उम्र 22) है। उसके खिलाफ छह माह पहले गांव से नाबालिग लड़की को अगवा कर प्रताड़ित करने का मामला दर्ज हुआ था। इस मामले में उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया था। फिर उसे जेल भेज दिया गया। लेकिन जमानत पर छूटने के बाद वह उसी लड़की को बहला-फुसलाकर भगा ले गया।

    इस मामले में लड़की के पिता की शिकायत पर एक बार फिर तेजस नेटके के खिलाफ बीड के अष्टी थाना में अपहरण का मामला दर्ज किया गया है। इस दौरान इस घटना से आष्टी तालुका में सनसनी फैल गई है, वास्तव में यह खबर बेहद अजीब और चौंकाने वाली है। 

    इस बीच बारामती से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। प्रेम विवाह करने वाली लड़की की मां और भाई ने प्रेमी के भाई पर जानलेवा हमला किया है। इस हमले में प्रेमी का भाई गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना बारामती के मालेगांव कॉलोनी लक्ष्मी नगर इलाके से सामने आई है। पुलिस ने इस मामले में लड़की की मां और भाई को गिरफ्तार कर लिया है। उसे तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। इस मामले के आरोपियों का नाम सुनीता संजय चव्हाण उम्र 46 साल और मयूर संजय चव्हाण उम्र 22 साल है। 

    25 नवंबर की शाम भाई मयूर चव्हाण और उसकी मां सुनीता चव्हाण फिर से अपनी बेटी के प्रेमी के घर गए वे बच्चे को हमारे सामने लाने के प्रयास करने लगे। वहीं मयूर चव्हाण ने प्रेमी के भाई विकास वाबले के सिर पर पत्थर से हमला कर दिया इस घटना में विकास गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्हें बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल गहन चिकित्सा इकाई में उनका इलाज चल रहा है।