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  • कपास बिक्री के 15 दिनों बाद नहीं मिला चुकारा

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देवली. भारतीय कपास निगम को किसानों द्वारा बेचे गये कपास का भुगतान विलंब से हो रहा है. इस कारण किसानों को आर्थिक परेशानी हो रही है. शासन ने 15 दिनों में कपास खरीदी का भुगतान किए जाने की घोषणा करने के बाद भी किसानों के कपास के भुगतान में 1 महीने से ज्यादा समय लग रहा है. किसानों द्वारा दिए गए बैंक अकाउंट नंबर के अनुसार कपास का भुगतान उनके खाते में जमा नहीं होने से त्रस्त है. इस विषय में सीसीआई अधिकारी नरेंद्र देसले ने बताया कि इस साल से नये नियम के अनुसार आधार लिंक के हिसाब से ही कपास का भुगतान किसानों के खाते में जमा होगा.

जिस खाते का आधार लिंक किया है, उसी खाते में भुगतान की राशि जमा होगी. किसान के बैंक खाते में आधार लिंक है भुगतान की राशि जमा होगी. ज्यादातर किसानों को इस नए नियम की जानकारी न होने के कारण किसानों को अपने भुगतान की राशि किस खाते में जमा हुई, इसकी जानकारी नहीं मिल पा रही है. इससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. एपीएमसी में एक लिखित सूचना लगा दी है, लेकिन अधिकतर किसानों को इसकी जानकारी नहीं होने के कारण किसानों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. किसानों तक जानकारी पहुंचाना एपीएमसी का काम है.

किसानों की जागरुकता जरूरी: APMC

एपीएमसी ने इस विषय में अधिकतर किसानों को सजग रहने की सूचना नहीं दी. इस कारण किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एपीएमसी ने बताया कि हमने लिखित सूचना फलक एपीएमसी में लगाया है. किसानों को इस विषय में जागरूक होना चाहिए. आगे उन्होंने बताया कि किसानों के आधार लिंक तलाश करने में समय लग रहा है. इस कारण किसानों की कपास की भुगतान राशि में जमा होने में देरी हो रही है.