वाशिम. पिछले वर्ष बेमौसम बारिश के कारण निकालने की कगार पर आए सोयाबीन की फसलों का बड़े प्रमाण नुकसान हुआ था. जिससे राज्य में इस वर्ष बुआई हेतु अपेक्षित बीज उपलब्ध नहीं हो सके हैं. बीजों की संभावित कमी को दूर करने के लिए महाबीज उनके सोयाबीन की खरीदी करेगा. महाबीज के लिए बीजोंत्पादन करने वाले किसानों के अलावा अन्य किसानों से भी सोयाबीन खरीदा जाएगा. लेकिन संबधित किसानों ने महाबीज के प्रमाणित बीजों की बुआई करना आवश्यक है़ पिछले वर्ष के अधिकतर किसानों ने सोयाबीन निकालने की कगार पर आने पर बारिश आ जाने के कारण फसलों को क्षति पहुंची थी़
–सोयाबीन बीजों की कमी होने की संभावना
इस क्षतिग्रस्त फसल का दर्जा भी कम हो गया था़ जिसके परिणाम स्वरूप अपेक्षित मात्रा में बुआई योग्य बीजों की निर्मिति नहीं हो सकी. जिससे इस बार के मौसम में सोयाबीन के बीजों की कमी होने की संभावना है़ जिससे कृ़षि सचिव ने महाराष्ट्र राज्य बीज महामंडल की ओर महाबीज के वानों की बुआई किए किसानों से सोयाबीन खरीदी कर बीजों की संभावित कमी को दूर करने का प्रस्ताव रखा है़ उसे महाबीज के व्यवस्थापकों ने मान्यता प्रदान की है़ इसके अनुसार अब जिन किसानों ने गत वर्ष के खरीफ मौसम में महाबीज के प्रमाणित सोयाबीन बीजों बुआई की थी़ उन किसानो से सोयाबीन खरीदी करने की तैयारी शुरू की है़
अंकुरण क्षमता जांच कर ही खरीदी
महाबीज के प्रमाणित वानों की बुआई करने वाले किसानों से उत्पादित सोयाबीन की खरीदी महाबीज तभी करेगी जब सोयाबीन की अंकुरण क्षमता लगभग 70 प्रतिशत अथवा इससे अधिक होगी. इसलिए इन किसानों के सोयाबीन की खरीदी के पूर्व उसकी अंकुरण शक्ति की जांच की जाएगी.