वाशिंगटन: अमेरिका (America) और चीन (China) के बीच चल रहे तनाव के बीच, खबर है कि, अमेरिका ने ताइवान (Taiwan) को 66 लेटेस्ट मॉडल के F-16 जेट्स बेचने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, F-16 जेट लॉकहीड मार्टिन कॉर्प (Lockheed Martin Corp.) द्वारा बनाए जाएंगे। शुक्रवार को हुई इस डील में कहा गया है कि 2026 के अंत तक डील पूरी कर दी जाएगी। इस डील के मुताबिक ताइवान को अमेरिका कुल 90 जेट (Jet) देगा।
द हिल की रिपोर्ट के अनुसार, ये पहली बार है ताइवान को 1992 के बाद लेटेस्ट लड़ाकू जेट बेचे जा रहे हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस डील के बाद चीन की नाराज़गी सामने आ सकती है। बता दें कि चीन लगातार ताइवान को हथियार बेचने के लिए अमेरिका को मना करता आया है क्यूंकि चीन ताइवान को अपना क्षेत्र ही मानता है।
पिछले साल, चीन (China) के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के वाशिंगटन (Washington) से ताइवान को लड़ाकू जेट नहीं बेचने और ताइवान के साथ हथियारों की बिक्री और सैन्य अनुबंध को रोकने का आग्रह किया था।उस समय बीजिंग (Beijing) ने वाशिंगटन को संभावित जवाबी कार्रवाई की धमकी भी दी।
अमेरिका के स्वास्थ्य एवं मानव सेवा मंत्री एलेक्स अज़र (Alex Azar) ने ताइवान में कुछ दिन पहले ही ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन से मुलाकात की भी की थी। 1979 में ताइपे और वाशिंगटन के बीच औपचारिक कूटनीतिक संबंधों पर विराम लगने के बाद से अमेरिकी कैबिनेट के किसी अधिकारी का यह पहला उच्च स्तरीय दौरा था। मुलाकात पर चीन ने अपनी नाराज़गी भी ज़ाहिर की थी।