बेरूत: सीरिया में गुरुवार को सेना की एक बस के पास हुए विस्फोट में 18 सैनिकों की मौत हो गई जबकि 27 अन्य घायल हो गए। सीरिया की सरकारी मीडिया ने सैन्य सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है। बीते वर्षों में भी युद्ध से जर्जर देश के सरकार नियंत्रित हिस्सों में ऐसे हमले हुए हैं जिनमें दर्जनों सैनिकों की जान गई है और कई अन्य जख्मी हुए हैं।
सीरिया के दमिश्क में इस तरह के बस हमले भी बढ़ते जा रहे हैं। आज हुए हमले की अभी तक किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है। सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने पुष्टि करते हुए कहा कि इस ताजा हमले में 17 सैनिक मारे गए हैं।
A bomb attack on an army bus near Damascus in Syria, killed at least 18 soldiers and wounded 27 others, state media said, in one of the deadliest such operations, reports AFP News Agency quoting State media
— ANI (@ANI) October 13, 2022
यही नहीं बीते सितंबर महीने में पूर्वोत्तर सीरिया में अमेरिका की सेना के ग्रीन विलेज बेस पर भी एक रॉकेट हमला हुआ था। हालांकि, यह हमला सफल नहीं हुआ था और अमेरिका या गठबंधन के जवानों और उपकरणों को कोई नुकसान भी नहीं हुआ था। इसके बाद अमेरिकी कमांड ने एक बयान जारी करते हुए कहा था कि, तीन 107-मिमी (4.2-इंच) रॉकेट ने हमला किया था। रॉकेट ट्यूब के साथ एक चौथा रॉकेट लॉन्च पाइंट पर लगभग पांच किलोमीटर दूर पाया गया।
इस्लामिक स्टेट के आतंकी ढेर
वहीं, 6 अक्टूबर को सीरिया (Syria) के उत्तर-पूर्व में सरकार के कब्जे वाले गांव पर अमेरिकी हेलीकॉप्टर ने हमला कर इस्लामिक स्टेट (ISIS) के एक बड़े आतंकी को मार गिराया गया था। जबकि अलग हमले में इस्लामिक स्टेट के और दो आतंकवादी मारे गए थे।
मार्च में मारे गए थे 12 सैनिक
गौर हो कि, पिछले मार्च में आतंकियों ने मध्य सीरिया के पलमीरा में सेना की बस पर हमला किया था। इस हमले में सेना के 13 सैनिकों की मौत हो गई थी, जबकि 18 अन्य घायल हुए थे।प्रशासन ने अतीत में ऐसे हमलों के लिए इस्लामिक स्टेट को जिम्मेदार बताया था जो दक्षिण और मध्य सीरिया में सक्रिय है।