नवभारत डिजिटल टीम: जापान का आज का दिन ऐतिहासिक दिन है। देश के अंतरिक्ष यान ‘मून स्नाइपर’ ने चंद्रमा सफल लैंडिग कर ली है। इस सफलता के बाद जापान चांद पर सफलतापूर्वक स्पेसक्राफ्ट भेजने वाला पांचवां देश बन गया है। इससे पहले यह उपलब्धि भारत, रूस, अमेरिका और चीन ने हासिल की है। बता दें कि जापान ने 7 सितंबर को अपना मिशन लॉन्च किया था। 4 महीने से ज्यादा की यात्रा के बाद यह लैंडर चांद पर पहुंच गया है।
‘मून स्नाइपर’ की सफलता पूर्वक चांद पर लैंडिग के बाद जापानी स्पेस एजेंसी JAXA ने कहा कि लैंडिग के लिए उसने 6000X4000 इलाजा खोजा था। JAXA ने इसे इलाके में अपने स्लिम मून मिशन की लैंडिग की। उन्होंने यह भी कहा कि उसका टारगेट स्पेसक्राफ्ट की लैंडिंग खोजे गए इलाके में ही करना था।
🇯🇵 🌕 JAPAN’S MOON LANDING
Today, Japan joins only 5 other countries to touch down on the moon.
Japan’s “Moon Sniper” embarked on a landmark mission, aiming to mark the nation as the third this century to achieve a lunar landing
pic.twitter.com/oP7JOBNTb4— Kacee Allen (@kaceerallen) January 19, 2024
चंद्रमा की जांच के लिए स्मार्ट लैंडर या एसएलआईएम, स्थानीय समय के अनुसार रात लगभग 12 बजकर 20 मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरा। अंतरिक्ष यान में कोई भी अंतरिक्ष यात्री सवार नहीं था। एसएलआईएम अगर सफलतापूर्वक उतर गया तो अमेरिका, रूस, चीन और भारत के बाद जापान यह उपलब्धि हासिल करने वाला पांचवां देश बन जाएगा।
जैसे ही अंतरिक्ष यान नीचे उतरा, ‘जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी’ के मिशन नियंत्रण केंद्र ने कहा कि सब कुछ योजना के अनुसार था और बाद में कहा गया कि एसएलआईएम चंद्रमा की सतह पर था। लैंडिंग सफल रही या नहीं हालांकि इसका कोई ज़िक्र नहीं था। मिशन नियंत्रण यह दोहराता रहा कि वह “उसकी स्थिति की जांच कर रहा है” और अधिक जानकारी एक संवाददाता सम्मेलन में दी जाएगी। यह तुरंत स्पष्ट नहीं था कि समाचार सम्मेलन कब शुरू होगा। एसएलआईएम को सितंबर में प्रक्षेपित किया गया था और 25 दिसंबर को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था।