संयुक्त राष्ट्र. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden) ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में (UNGA) अपना पहला भाषण दिया। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत कोविड-19 (COVID-19) से दुनिया के सामने उत्पन्न चुनौती और हुए नुकसान का उल्लेख करते हुए की। उन्होंने साथ ही प्रतिभागियों से जलवायु परिवर्तन के मुद्दे का समाधान करने की अपील भी की।
राष्ट्रपति बाइडन ने कहा, बड़ी पीड़ा और असाधारण संभावनाओं के इस समय में हमने बहुत कुछ खोया है। हर देश के 45 लाख से अधिक लोगों को खोया है। प्रत्येक मृत्यु एक व्यक्तिगत हृदयविदारक है लेकिन हमारा दुःख आम मानवता की याद दिलाता है और एक साथ कार्य करता है।
उन्होंने कहा, आज हम आतंकवाद के खतरे का सामना कर रहे हैं, हमने अफगानिस्तान में 20 साल से चल रहे संघर्ष को समाप्त कर दिया है। हम कूटनीति के दरवाजे खोल रहे हैं। हमारी सुरक्षा, समृद्धि, स्वतंत्रता आपस में जुड़ी हुई है। हमें पहले की तरह एक साथ काम करना चाहिए
We are facing the threat of terrorism today, we have ended 20 years of conflict in Afghanistan & as we close this war, we are opening doors of diplomacy… No matter how challenging problems we face, the US will deliver the best…: US President Joe Biden at UNGA, New York pic.twitter.com/V6tTJ9D0JU
— ANI (@ANI) September 21, 2021
उन्होंने आगे कहा, हथियार कोविड-19 या फ्यूचर वेरिएंट से हमारा बचाव नहीं कर सकते, सामूहिक विज्ञान और राजनीतिक इच्छाशक्ति कर सकती है। हमें अभी काम करने की ज़रूरत है। भविष्य के लिए वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा को फाइनेंस करने के लिए हमें एक नया मकैनिजम बनाने की ज़रूरत है।
बाइडन ने कहा, हम एक और शीत युद्ध नहीं चाहते, जिसमें दुनिया विभाजित हो। अमेरिका किसी भी राष्ट्र के साथ काम करने के लिए तैयार है जो शांतिपूर्ण प्रस्तावों का अनुसरण करता हो। क्योंकि हम सभी अपनी असफलताओं के परिणाम भुगत चुके हैं।
We know the bitter sting of terrorism. Last month, we lost 13 American heroes and many Afghan civilians in the heinous terrorist attack at Kabul airport. Those who commit acts of terrorism against us will find a determined enemy in the United States:US President at UNGA, New York
— ANI (@ANI) September 21, 2021
अपने संबोधन में बाइडन ने काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमले का जिक्र करते हुए कहा, पिछले महीने काबुल हवाई अड्डे पर हुए आतंकवादी हमले में हमने 13 अमेरिकी हीरो और कई अफगान नागरिकों को खो दिया। जो लोग हमारे खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं, वे अमेरिका को एक कट्टर दुश्मन के रूप में पाएंगे।
राष्ट्रपति ने 9/11 के हमले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, अमेरिका अब वह देश नहीं रहा जिस पर 20 साल पहले 9/11 को हमला हुआ था। आज हम ज्यादा ताकतवर और आतंकवाद की चुनौतियों के लिए तैयार हैं। अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ अपनी और अपने सहयोगियों की रक्षा करता रहेगा।