नई दिल्ली. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय (Ministry of education.) ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी रैंकिंग की एक सूची जारी की है, जिसके अनुसार, जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia)देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पहला स्थान पर है। जामिया ग्रेडिंग और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के प्रदर्शन के स्कोरिंग में 40 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शीर्ष पर है। जामिया मिल्लिया इस्लामिया(Jamia Millia Islamia) का स्कोर 90 प्रतिशत था।
वहीं अरुणाचल प्रदेश के राजीव गांधी विश्वविद्यालय ने 83 प्रतिशत अंक हासिल किए, नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने 82 प्रतिशत और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) ने 78 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। द क्विंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, जामिया मिलिया की ओर से जारी एक बयान में उल्लेख किया गया है कि रैंकिंग वैरिटी, मानव संसाधन विकास मंत्रालय ( HRD Ministry) और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (University Grants Commission) के बीच हस्ताक्षरित त्रि-पक्षीय मूल्यांकन(tri-party evaluation) पर आधारित है।
Such a proud moment for Jamia!!
Jamia Millia Islamia tops central universities in government rankings.#JamiaMilliaIslamia https://t.co/LzsegkOuph
— Jamia Millia Islamia (@jamiamillia_) August 13, 2020
इसमें कहा गया कि “सभी विश्वविद्यालयों को निरंतर मूल्यांकन के लिए शिक्षा मंत्रालय (MHRD) और यूजीसी (UGC) के साथ एक त्रिपक्षीय एमओयू (MoU) पर हस्ताक्षर करने की आवश्यकता होती हैं। जामिया 2017 में इस एमओयू (MoU) पर हस्ताक्षर करने और प्रदर्शन मूल्यांकन के लिए खुद को प्रेजेंट करने वाला पहला विश्वविद्यालय था।”
रिपोर्टो के अनुसार, रैंक उन छात्रों की संख्या जैसे मापदंडों पर आधारित थी, जो हर साल यूजी, पीजी, पीएचडी और एमफिल पाठ्यक्रमों में दाखिला लेते हैं। यह महिला छात्रों के प्रतिशत के साथ-साथ अन्य राज्यों और देशों के छात्रों के बीच विविधता की सीमा को भी ध्यान में रखता है। इसके अलावा फैकल्टी की क्वालिटी, छात्र-शिक्षक रेशियो, टीचर वेकेंसी भी स्कोर निर्धारित करने में अहम भूमिका निभती हैं।
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) ने बयान में यह भी कहा कि विश्वविद्यालय ने सह-पाठयक्रम और पाठ्येतर कार्यों के अलावा NIRF, NAAC और QS जैसी शासन, वित्त, राष्ट्रव्यापी और विश्वव्यापी रैंकिंग के मापदंडों पर अच्छा प्रदर्शन किया। वाईस चांसलर नजमा अख्तर ने इस उपलब्धि के लिए “उच्च गुणवत्ता वाले निर्देशन, संबंधित और उच्चतम उच्च गुणवत्ता के केंद्रित और केंद्रित विश्लेषण” को जरुरी बताया। उन्होंने कहा कि वह आने वाले वर्षो में दक्षता बढ़ाने की उम्मीद करती है।