नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) साथ ही नये संसद भवन (New Parliament Building) की आधारशिला रखी। चार मंजिला नये संसद भवन का निर्माण कार्य भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ तक पूरा कर लिए जाने की संभावना है। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भूमि पूजन कार्यक्रम आरंभ हुआ और इसके संपन्न होने के बाद शुभ मुहुर्त में प्रधानमंत्री ने परम्परागत विधि विधान के साथ आधारशिला रखी।
Speaking at the Foundation Stone Laying of the New Parliament. https://t.co/Gh3EYXlUap
— Narendra Modi (@narendramodi) December 10, 2020
कैसा रहा कार्यक्रम:
कर्नाटक के श्रृंगेरी मठ के पुजारियों ने भूमि पूजन और शिलान्यास कार्यक्रम संपन्न कराया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने नये संसद भवन की स्मृति पट्टिका का अनावरण किया। इस अवसर पर सर्व धर्म प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया। समारोह के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के लिखित संदेश भी पढ़कर सुनाए गए। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों ने संदेश भेजकर अपनी शुभकामनाएं दीं।
विशिष्ठ अतिथी बने आज गवाह:
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी सहित कई केंद्रीय मंत्री, बड़ी संख्या में सांसद और कई देशों के राजदूत इस अवसर के गवाह बने। नये संसद भवन का निर्माण 971 करोड रुपए की अनुमानित लागत से 64,500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में किए जाने का प्रस्ताव है।
Delhi: The various religious leaders at the foundation stone laying ceremony of the new Parliament building perform ‘Sarva Dharma Prarthana’. pic.twitter.com/YsdS3n9JID
— ANI (@ANI) December 10, 2020
कैसा होगा नया संसद भवन:
ज्ञात हो कि नये संसद भवन के निर्माण का प्रस्ताव उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू एवं लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने क्रमशः राज्यसभा और लोक सभा में 5 अगस्त 2019 को किया था। नये संसद भवन का डिजाइन अहमदाबाद के मैसर्स एचसीपी डिजाइन और मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया है और इसका निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा किया जाएगा।
नये भवन को सभी आधुनिक दृश्य – श्रव्य संचार सुविधाओं और डाटा नेटवर्क प्रणालियों से सुसज्जित किया जाएगा। यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि निर्माण कार्य के दौरान संसद के सत्रों के आयोजन में कम से कम व्यवधान हो और पर्यावरण संबंधी सभी सुरक्षा उपायों का पालन किया जाये।
लोकसभा सचिवालय के मुताबिक नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी, जिसमें संयुक्त सत्र के दौरान 1224 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था भी होगी। इसी प्रकार, राज्य सभा कक्ष में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी। नए संसद भवन में भारत की गौरवशाली विरासत को भी दर्शाया जाएगा। देश के कोने-कोने से आए दस्तकार और शिल्पकार अपनी कला और योगदान के माध्यम से इस भवन में सांस्कृतिक विविधता का समावेश करेंगे।
संसद भवन से सटी त्रिकोणीय आकार की नई इमारत सुरक्षा सुविधाओं से लैस होगी। नई लोकसभा मौजूदा आकार से तीन गुना बड़ी होगी और राज्यसभा के आकार में भी वृद्धि की गई है। नया संसद भवन भारत के लोकतंत्र और भारतवासियों के गौरव का प्रतीक होगा जो न केवल देश के गौरवशाली इतिहास अपितु इसकी एकता और विविधता का भी परिचय देगा।