- 21,193 लोगों को एसएमएस
चंद्रपुर. कोविड संक्रमण एकदूसरे संपर्क में आने से होता परंतु कोविड पश्चात होनेवाली ब्लैक फंगस की बीमारी संक्रमक नहीं इसलिए नगारिक बिना घबराये लक्षण पाये जाने पर तुरंत वैद्यकीय उपचार ले ऐसा आवाहन जिलाधिकारी अजय गुल्हाने ने किया. विशेषकर कोविड से स्वस्थ्य हुए 16796 लोगों को कॉल जबकि 21193 लोगों को म्यूकरमायकोसिस के बारे में जिला प्रशासन की ओर से एसएमएस किया गया है.
जिले में कोरोना वायरस के प्रसार के संदर्भ में नागरिकों के शंकाओं एवं समस्या का समाधान करने के लिए और कार्यवाही में सुसुत्रता लाने के लिए कॉल सेंटर स्थापित किया गया है. इस कॉल सेटर के माध्यम से कोरोना बीमारी से ठीक हुए अब तक 16 हजार 796 रोगियों को कॉल किया गया है. इसमें से 36 लोगों में म्यूकरमायकोसीस सदृश्य लक्षण पाया गया. है. इस रोगियों को उपचार के लिए डा. वासाडे अस्पताल एवं क्राईस्ट अस्पताल में दाखिल किया गया है. इसमें से कुछ मरीजों पर शल्यक्रिया भी की गई है.
जिले में अब तक म्यूकरमायकोसिस बीमारी के 69 मरीज पाये गए है. इसमे से 56 रोगियों पर उपचार शुरू है. 12 रोगी रोग से मुक्त हुए है.एक मरीज की मौत हुई है. कोरोना बीमार से ठीक हुए रोगियों को म्यूकरमायकोसिस बीमारी के बारे में जानकारी, लक्षण और अन्य स्वास्थ्य संबंधित जानकारी देने के लिए, जिलाधिकारी कार्यालय के राष्ट्रीय सूचना केन्द्र से मार्च से अप्रैल के बीच 21 हजार 193 नागरिकों को एसएमएस भेजा गया है.
ब्लैक फंगस के लक्षण
चेहरे की नसों मे दर्द, चेहरे का सुन्न होना, आधा सिर दुखना, नाक दर्द, नाक प सूजन आना, नाक से खून निकलना, काला स्त्राव होना, चेहरे अथवा आंखों में सूजन आना, जबडे, दांतों में दर्द, इनका हिलना, बुखार आना आदि है.
प्रतिबंधात्मक उपाय
खून में शुगल लेवल को नियंत्रित रखना, कान, नाक, गला एवं नेत्र तथा दंत चिकित्सक से सप्ताह में एक बार जांच कराना, उपरोक्त लक्षण नजर आने पर चिकित्सक से संपर्क करना, चिकित्सक के कहने के बजाय अधिक दिनों तक स्टिराईड ना लेना, टूथब्रश, मास्क आदि बदलना, दिन में एक बार घरारे करना, व्यक्तिगत एवं परिसर स्वच्छता रखना, जमीन में लगनेवाली सब्जी भाजी को स्वच्छ धोकर खाना, मिट्टी का काम करते हुए खाद का उपयोग करते हुए विशेष ध्यान रखना.