वर्धा. जिले के पटवारियों ने अपनी प्रलंबित मांगों को लेकर शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना आंदोलन किया़ जनवरी 2021 से विदर्भ पटवारी संघ ने जिला प्रशासन के विरोध में आंदोलन शुरू कर दिया. परंतु कोरोना के बढ़ते प्रकोप से उक्त आंदोलन वापस ले लिया गया़ अब जिला शाखा ने 1 अक्टूबर को डिजिटल हस्ताक्षर जमा करने के बाद 8 अगस्त को जिलाधिकारी कार्यालय समक्ष एक दिवसीय धरना आंदोलन किया गया.
आंदोलन में विदर्भ पटवारी संघ नागपुर के केंद्रीय अध्यक्ष बालकृष्ण गाढवे व महासचिव संजय अनव्हाने प्रमुख रूप से मौजूद थे़ आगामी आंदोलन 18 अक्टूबर से बेमियादी सामूहिक अवकाश आंदोलन किया जा रहा है़ जिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि पटवारी को लैपटॉप प्रिन्टर स्कैनर उपलब्ध कराये. हिंगनघाट के पटवारी रवींद्र जाधव पर हुए हमले का निषेध जताया गया़ हमलावरों पर सख्त कार्रवाई करने, कालबध्द पदोन्नति, बिनती तबादले, साझा पुनर्रचना, गांव नमूनों की आपूर्ति, अनियमीत वेतन आदि मांगों का ज्ञापन में समावेश था.
विदर्भ मंडल अधिकारी संघ ने दिया समर्थन
आंदोलन को विदर्भ मंडल अधिकारी संघ नागपुर जिला शाखा वर्धा के अध्यक्ष संजय भोंगे ने समर्थन दर्शाया़ आंदोलन में पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष अशोक आंबेकर, सचिव श्याम चंदनखेड़े, उपाध्यक्ष संजय कपूर, संजय भोंगे, शैलेंद्र देशमुख, उपविभाग शाखा अध्यक्ष संजय भोयर, अजय उरकुडे, मुरलीधर लवनकर, धर्मेंद्र ढगे, योगेश लताड व अन्य पदाधिकारी तथा महिला, पुरुष पटवारियों ने हिस्सा लिया था़ मांगे पूर्ण नहीं की गई तो आगामी आंदोलन अधिक तीव्र किए जाने की चेतावनी केंद्रीय अध्यक्ष गाढवे ने दी.