चंडीगढ़. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Khiri) में हुई हिंसा के संबंध में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा (Ajay Mishra) को बर्खास्त करने तथा गिरफ्तार करने की मांग को लेकर पंजाब (Punjab) में किसान सोमवार को सुबह संयुक्त किसान मोर्चा के छह घंटे के ‘रेल रोको’ आंदोलन के तहत रेल की पटरियों पर बैठ गए। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने फिरोजपुर मंडल के चार प्रखंड (सेक्शन) अवरुद्ध कर दिए। फिरोजपुर शहर में फिरोजपुर-फाजिल्का प्रखंड और मोगा के अजितवाल में फिरोजपुर-लुधियाना प्रखंड बाधित हैं।
ये अलग-अलग ज़िलों में अलग-अलग जगह होगा। पूरे देश में वहां के लोगों को पता रहता है कि हमें कहां ट्रेन रोकनी है। भारत सरकार ने अभी हमसे कोई बात नहीं की है: किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन पर राकेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन pic.twitter.com/f6DJTtOpnS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 18, 2021
केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग करते हुए किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव श्रवण सिंह पंढेर ने सोमवार को कहा कि केएमएससी राज्य के 11 जिलों में 20 स्थानों पर प्रदर्शन करेगी। केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान संघों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने एक बयान में कहा था, ‘‘लखीमपुर खीरी मामले में जब तक न्याय नहीं मिल जाता, तब तक प्रदर्शन तेज किए जाएंगे।”
Punjab: Farm law protestors sit on the railway track at Devi Dasspura village in Amritsar following the farmer’s union call for ‘Rail Roko Andolan’ today pic.twitter.com/lQrKImJKso
— ANI (@ANI) October 18, 2021
एसकेएम ने बताया था कि ‘रेल रोको’ प्रदर्शन के दौरान सोमवार को सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक ट्रेन यातायात रोका जाएगा। उसने कहा, ‘‘लखीमपुर खीरी मामले में न्याय सुनिश्चित करने के लिए गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त और गिरफ्तार करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने देशव्यापी रेल रोको आंदोलन की घोषणा की है। एसकेएम ने अपने घटक दलों से 18 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक छह घंटे के लिए रेल यातायात रोकने का आह्वान किया है। एसकेएम रेलवे की किसी भी संपत्ति को कोई नुकसान पहुंचाए बिना, शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने के लिए कहता है।”
लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में मारे गए आठ लोगों में से चार किसान थे जिन्हें कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को ले जा रहे वाहन ने कुचल दिया था। किसानों ने दावा किया कि एक वाहन में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का पुत्र आशीष मिश्रा था। आशीष मिश्रा को इस मामले में नौ अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था।