औरंगाबाद : सांसद इम्तियाज जलील (Imtiyaz Jaleel) ने आज सिडको प्रशासन के अधिकार क्षेत्र और देखरेख में शाही मस्जिद के पास चल रहे हज हाउस के निर्माण का निरीक्षण किया। इस मौके पर सिडको की मुख्य प्रशासक (CIDCO Administration) दीपा मुंडे समेत अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। सांसद इम्तियाज जलील ने संयुक्त निरीक्षण के बाद दो माह में हज हाउस का उद्घाटन करने की योजना बनाई और लंबित कार्यों की समीक्षा बैठक की।
निरीक्षण के दौरान सांसद इम्तियाज जलील ने कहा कि हज हाउस का निर्माण शुरू करने के लिए 2013 में वर्क ऑर्डर जारी किया गया था, लेकिन अल्पसंख्यक मंत्रालय के अनदेखी के चलते समय पर फंड नहीं मिलने से हज हाउस का काम रुका हुआ है और अभी भी अधूरा है। कार्य आदेश प्राप्त होने के बाद अधिकतम तीन वर्षों के भीतर निर्माण पूरा होने की उम्मीद थी। सांसद इम्तियाज ने कहा कि आठ साल बाद भी काम लंबित है, निर्माण सामग्री और काम की लागत में भारी वृद्धि के स्वीकृत धनराशि में भारी अंतर पैदा हुआ है और 29 करोड़ रुपये की परियोजना अब 44 करोड़ रुपये की हो गई है।
जलील ने आगे कहा की सरकार की ओर से अब तक दिए गए फंड से ही हज हाउस का निर्माण पूरा होगा। श्रद्धालु हज यात्रा के लिए मराठवाड़ा से यहां आएंगे, इसलिए उन्हें सुविधाएं मुहैया कराना जरूरी है। सांसद इम्तियाज जलील ने इस बात पर नाराजगी व्यक्त की है कि नया संशोधित बजट अभी भी प्रशासनिक मंजूरी के लिए मंत्रालय में लंबित है क्योंकि हज हाउस का निर्माण चल रहा है और धन की कमी के कारण पूर्ण आंतरिक और सुविधाओं पर काम रुका रहेगा।
प्रशासनिक कार्यालय सामग्री, सभी फर्नीचर, सभागार हॉल, सभी बैठक और आवास सुविधाएं, ध्वनि प्रणाली, उर्दू हॉल और प्रार्थना गृह सामग्री, वीआईपी कमरों में सुविधाएं, छत उद्यान, फव्वारा, मुगल वास्तुशिल्प प्रभाव सहित संशोधित बजट की स्वीकृति न होने के कारण आदि कार्य प्रलंबित है।