सीमा कुमारी
नई दिल्ली: सनातन हिन्दू धर्म ‘माघ महीने’ (Magh Month) को पवित्र महीना माना जाता है। क्योंकि, माघ हिंदू पंचांग का 11वां महीना है। इस साल माघ महीना 18 जनवरी यानी आज से शुरू हो रहा है, जिसका समापन 16 फरवरी 2022 को होगा। माघ के महीने में दान, स्नान, उपवास और तप का विशेष महत्व होता है। यही कारण है कि इस महीने में लोग हरिद्वार और प्रयागराज जैसे धार्मिक स्थलों पर गंगा स्नान करने जाते हैं।
माघ के महीने को नदी में स्नान, दान आदि के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। माघ महीने में कई धार्मिक पर्व आते हैं साथ ही प्रकृति भी अनुकूल होने लगती है। इसके आलावा इस महीने में संगम तट पर कल्पवास करने का भी विधान है। आइए जानते हैं कि माघ मास के व्रत एवं त्योहार कब हैं, ताकि आप समय पूर्व उनके लिए तैयारियां कर लें।
माघ 2022 के व्रत एवं त्योहार
21 जनवरी, शुक्रवार: सकट चौथ, लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी, तिलकुट चतुर्थी
25 जनवरी, मंगलवार: कालाष्टमी
26 जनवरी, बुधवार: गणतंत्र दिवस
28 जनवरी, शुक्रवार: षट्तिला एकादशी
30 जनवरी, रविवार: प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि
01 फरवरी, मंगलवार: माघ अमावस्या, मौनी अमावस्या
04 फरवरी, बुधवार: गणेश जयंती
05 फरवरी, शनिवार: वसंत पंचमी
07 फरवरी, सोमवार: रथ सप्तमी
08 फरवरी, सोमवार: भीष्म अष्टमी
12 फरवरी, शनिवार: जया एकादशी
13 फरवरी, रविवार: कुंभ संक्रांति, प्रदोष व्रत
16 फरवरी, बुधवार: माघ पूर्णिमा
माघ के महीने में दान-पुण्य का महत्व
माघ महीने में तिल, गुड़ और कंबल के दान का विशेष महत्त्व माना गया है। ऐसा करने से मनुष्य के शरीर से रोगों का नाश होता है। ऊनी वस्त्र, रजाई, जूता और इसके आलावा जो भी शीत निवारक वस्तुएं हैं उनका दान कर ‘माधवः प्रीयताम’ वाक्य बोलने से लोगों के दुख दूर होते हैं और धन-धान्य की प्राप्ति होती है। वहीं मत्स्य पुराण के एक कथन के अनुसार माघ मास में जो व्यक्ति ब्रह्मवैवर्त पुराण का दान करता है उसे ब्रह्म लोक की प्राप्ति होती है। इस महीने में प्रतिदिन अन्न दान करने से कभी धन की कमी नहीं आती है।