The country's history is considered incomplete without Sikhs: CM Yogi Adityanath

  • बैसाखी के मौके पर लखनऊ के यहियागंज गुरुद्वारा में सीएम ने माथा टेका
  • धर्म की रक्षा के लिए आज के दिन का ऐतिहासिक महत्व : मुख्यमंत्री
  • गुरु गोविन्द सिंह ने शस्त्र और शास्त्र में पारंगत होकर कैसे अपने धर्म की रक्षा करनी है इसकी प्रेरणा दी: सीएम योगी
  • पांच साल पहले यहियागंज गुरुद्वारे में ही पहली बार टेका था मैंने माथा: सीएम योगी

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लखनऊ : मुख्यमंत्री (Chief Minister) योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने गुरुवार (Thursday) को बैसाखी पर यहियागंज गुरुद्वारे में माथा टेका। प्रदेश की जनता को बैसाखी के साथ महावीर जयंती और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर (Babasaheb Bhimrao Ambedkar) की जंयती की बधाई दी। उन्होंने इस मौके पर कहा कि बैसाखी का पर्व एक नया उल्लास, एक नया उत्साह, नई फसल के आने और नए वर्ष के आगमन के फलस्वरूप मनाया जाता है।

हम अनादिकाल से इस आयोजन के साथ जुड़ते रहे हैं लेकिन भारत के अंदर धर्म की रक्षा के लिए आज के दिन का  ऐतिहासिक महत्व है। गुरु गोविन्द सिंह महाराज ने आज के दिन खालसा पंथ की स्थापना की थी। उसी का परिणाम है कि बैसाखी पर्व को पूरे देश के अंदर मनाया जाता है। कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ समेत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक आदि पार्टी के नेता मौजूद रहे।

सिख गुरुओं ने त्याग ओर बलिदान की जो एक लंबी श्रंखला खड़ी की है

सीएम योगी ने कहा कि हम सब जानते हैं कि सिखों के बिना देश का इतिहास अधूरा माना जाता है। सिख गुरुओं ने त्याग ओर बलिदान की जो एक लंबी श्रंखला खड़ी की है आज उसी का परिणाम है कि देश सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन अपने पूवर्जों के प्रति श्रद्धा को प्रकट करता है और आने वाली पीढ़ियों को इन महापुरुषों के प्रति नमन करने का अवसर उपलब्ध कराता है। जब खालासा पंथ की स्थापना करने वाले गुरु गोविंद सिंह ने अपने जीवन का कुछ समय इस  ऐतिहासिक गुरुद्वारे में बिताया था। यहां से धर्म की रक्षा के लिए क्या करना है इसका ज्ञान दिया था। शस्त्र और शास्त्र में पारंगत होकर कैसे अपने धर्म की रक्षा करनी है इसकी प्रेरणा प्रदान की थी।

26 दिसंबर को साहिबजादा दिवस मनाने की घोषणा 

सीएम योगी ने कहा कि आज से पांच साल पहले किसी गुरुद्वारे में आने का मौका मिला था तो वो यही गुरुद्वारा था। जहां आकर मैने माथा टेका था ओर गुरु परंपरा के प्रति अपनी निष्ठा को प्रकट किया था। पांच साल बाद फिर से मुझे यहां आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। जो आत्मियता आपने दिखाई है ये मेरे लिए बहुत बड़ा संबल है। उसी के नाते हम अनेक कार्यक्रम करने में कामयाब होते हैं। सीएम योगी ने कहा कि लखनऊ में हमने ये संकल्प लिया था कि सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों का नमन करने का दिन मनाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके लिए 26 दिसंबर को साहिबजादा दिवस मनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि उस दिवस को बड़े आयोजन के साथ मनाया जाए।

सीएम योगी ने राजधानी के याहियागंज गुरुद्वारा को ऐतिहासिक धरोहर बताया। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से जल्द ही इसके विकास के लिए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और मेयर संयुक्ता भाटिया के साथ बैठकर करने और एक योजना बनाने को कहा जिससे क्षेत्र का विकास आसानी से हो सके।