नयी दिल्ली/मुंबई. जहां एक तरफ अपने गाँव तक पहुंचने के लिए सड़क भी न हो, वहीं ऐसे में उस गाँव का ही कोई बाशिंदा महाराष्ट्र CM को पत्र लिखकर हेलीकॉप्टर देने की बात रखे तो यह बात हजम नहीं होती। लेकिन ऐसा ही कुछ हुआ शेवगांव तहसील के सालवडगांव में, जहां के लोगों ने अब राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए सरकारी अनुदान की मांग की है।
क्या है मामला
दरअसल, महाराष्ट्र के शेवगांव तहसील के सालवडगांव के एक रिटायर्ड आर्मी मेजर दत्तू भापकर ने महाराष्ट्र CM को पत्र लिखकर हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए सरकारी अनुदान की मांग की है। उन्होंने कहा, “हमारी बस्ती तक जाने के लिए रोड नहीं है इसलिए हम हेलीकॉप्टर खरीदेंगे।” जानकारी के अनुसार शेवगांव तहसील में सालवड गांव के पास बेहद ही खराब सड़क है। जिसपर चल पाना भी अब मुश्किल है।
महाराष्ट्र: शेवगांव तहसील के सालवडगांव के एक रिटायर्ड आर्मी मेजर दत्तू भापकर ने महाराष्ट्र CM को पत्र लिखकर हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए सरकारी अनुदान की मांग की है।
उन्होंने कहा, “हमारी बस्ती तक जाने के लिए रोड नहीं है इसलिए हम हेलीकॉप्टर खरीदेंगे।” pic.twitter.com/7Fi5CmwE8p
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 18, 2022
इसके मद्देनजर दत्तू भापकर ने कई बार स्थानीय प्रशासन को पत्र लिखा था। बावजूद इसके सरकार ने कोई विशेष ध्यान नहीं दिया और ग्रामीणों की परेशानी जस की तस बनी रही। इसी वजह से परेशान होकर इस पूर्व सैनिक ने सीधे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से हेलीकॉप्टर की मांग रखी है।
रोड़ नहीं तो दे दो हेलीकॉप्टर
मामले पर सालवडगांव निवासी रिटायर्ड आर्मी मेजर दत्तू भापकर ने बताया कि उनकी बस्ती तक जाने के लिए एक अदद रोड़ भी नहीं है, इसलिए वे अब हेलीकॉप्टर खरीदेंगे। वहीं दत्तू भापकर की मानें तो, वे PWD और अन्य सरकारी कार्यलयों में निवेदन दे-देकर थक गए है। लेकिन, स्थानीय प्रशासन ने सड़क का इंतजाम तो छोड़ो, उन लोगों की सुध तक नहीं ली। वहीं बरसात में तो और भी परेशानी बढ़ जाती है।
पत्र की चर्चा अब पूरे महाराष्ट्र में
अब ऐसे में परेशान होकर उन्होंने सीधे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को ही पत्र लिखा है। वहीँ अपने पत्र में उन्होंने लिखा है, यहां गड्ढों के बीच और कीचड से गुजरकर हम नहीं जा सकते हैं, इसलिए हमें हेलीकॉप्टर दिया जाए, ताकि हम उड़ते हुए गड्ढों को पार कर लें। वैसे रिटायर्ड आर्मी मेजर दत्तू भापकर कर्म से अब एक किसान भी है। वहीं उनके द्वारा लिखे गए राज्य के मुख्यमंत्री शिंदे को उनके पत्र की चर्चा अब पूरे महाराष्ट्र में हो रही है।