23 मार्च से 18 जून तक 923 मामलों का निपटारा
रेलवे की पहल की हो रही सराहना
जलगांव/भुसावल. कोरोना वायरस महामारी के वैश्विक संकट के समय भारतीय रेलवे एक सक्रिय भूमिका निभा रही है. सामान्य प्रशासन के तहत मध्य रेल के जन -शिकायत प्रकोष्ठ ने यात्रियों द्वारा उठाए गए मुद्दों के निवारण में उत्कृष्ट भूमिका निभाई है. लॉकडाउन के दौरान भी रेलवे को कई सुझाव और शिकायतें प्राप्त हुई हैं. हालांकि ये “रेल मदद” और “केंद्रीकृत लोक शिकायत निवारण और निगरानी प्रणाली” में प्राप्त होते हैं.
मध्य रेल के जन -शिकायत प्रकोष्ठ द्वारा उन मद्दों पर तत्काल कार्रवाई, की गई. आम लोगों, यात्रियों, कर्मचारियों और हितधारकों, जिन्होंने मुद्दों को उठाया, उन्होंने भी आभार व्यक्त किया और उनकी शिकायतों / मुद्दों का जवाब देने और हल करने में त्वरित कार्रवाई करने के लिए मध्य रेल की सराहना की है. 23 मार्च से 18 जून तक कुल 923 शिकायतों को रेल मदद के माध्यम से हल किया गया हैं. 23 मार्च से 18 जून तक मध्य रेल को “रेल मदद” के माध्यम से 18 पुरानी शिकायतों सहित कुल 928 मुद्दे प्राप्त हुए थे. प्रत्येक मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई की गई है. 23 मार्च से 18 जून तक “केन्द्रीय कृत जन शिकायत निवारण और निगरानी प्रणाली” के माध्यम से प्राप्त शिकायतें मध्य रेल को “केंद्रीयकृत जन शिकायत निवारण और निगरानी प्रणाली” के माध्यम से 23मार्च से 18 जून तक कुल 412 हितधारकों की शिकायतें मिलीं.
560 लोगों ने की थी शिकायत
मध्य रेल, जन -शिकायत प्रकोष्ठ ने 148 पुरानी शिकायतों सहित प्रत्येक मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई की और 93.21% मामलों को हल किया गया, यानी कुल 560 में से 522 मामले हल किए गए.वरुण डंबल ने रेलवे द्वारा माल गाड़ियों के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं के परिवहन में मदद करने और COVID आपातकाल के लिए रेलवे कोच तैयार करने के प्रयासों की ई मेल भेजकर सराहना की. देवांश गुप्ता ने अपने टिकट की वापसी के लिए तत्काल प्रतिक्रिया के लिए भी धन्यवाद दिया है.