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नई दिल्ली: आज यानि शनिवार 30 मार्च को राष्ट्रपति भवन में भारत रत्न सम्मान (Bharat Ratna) समारोह का आयोजन होने जा रहा है। आज देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 5 शख्सियतों को देश के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित करेंगी। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह (Chaudhary Charan Singh), पी.वी.नरसिम्हा राव (PV Narsimha Rao), कृषि वैज्ञानिक डॉ एमएस स्वामीनाथन (MS Swaminathan), बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर (Karpuri Thakur) और भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) भी शामिल हैं।

जानकारी दें कि, BJP के दिग्गज नेता आडवाणी को छोड़कर सभी 4 शख्सियतों को मरणोपरांत भारत रत्न दिया जा रहा है। ऐसे में इनके परिजन राष्ट्रपति मुर्मू से सम्मान ग्रहण करेंगे। वहीं आज आडवाणी भारत रत्न लेने के लिए स्वयं ही राष्ट्रपति भवन में मौजूद रह सकते हैं।

पता हो कि, केंद्र ने इस साल 5 हस्तियों को भारत रत्न सम्मान देने का ऐलान किया है। 2014 में सत्ता संभालने के बाद से मोदी के कार्यकाल में मदन मोहन मालवीय, अटल बिहारी वाजपेयी, प्रणब मुखर्जी, भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख को यह सम्मान मिल चुका है। वहीं साल 2024 के 5 हस्तियों को मिलाकर इस सम्मान को अब तक हासिल करने वालों की संख्या अब 53 हो जाएगी।

बबते चलें कि ‘भारत रत्न’ देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह राष्ट्रीय सेवा जैसे कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल के लिए दिया जाता है। भारत रत्न देने की शुरुआत 2 जनवरी, 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने की थी। भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह राष्ट्रीय सेवा जैसे कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल के लिए दिया जाता है। भारत रत्न देने की शुरुआत 2 जनवरी, 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने की थी।

हालांकि पहले ये सम्मान सिर्फ जीवित रहते दिया जाता था, लेकिन फिर 1955 में मरणोपरांत भी भारत रत्न दिये जाने लगा। देश के प्रधानमंत्री भारत रत्न के लिए किसी व्यक्ति के नाम की सिफारिश राष्ट्रपति को करते हैं।