Cocktail vaccine

    Loading

    • ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की आपूर्ति में भी कमी 

    अकोला. वैक्सीनेशन अभियान जो सोमवार 10 मई को वैक्सीन के स्टॉक में कमी के कारण धीमा हो गया था, शनिवार की सुबह स्टॉक की कमी के आधार पर शुरू हुआ, लेकिन अगले दो दिनों में यह स्टॉक समाप्त हो जाने की चित्र दिखाई दे रहा है. वैक्सीनेशन अभियान बार-बार प्रभावित हो रहा है क्योंकि सरकार हर बार संभाग के पांच जिलों को अल्प स्टॉक उपलब्ध करा रही है. स्वास्थ्य कार्यालय के उप संचालक के वरिष्ठ दवा निर्माण अधिकारी राजेंद्र इंगले से संपर्क करने पर बताया कि अमरावती संभाग के सभी पांच जिलों के लिए शनिवार की सुबह कुल 20,480 कोवासिन टीकों का स्टॉक उपलब्ध हो गया.

    जिसमें से अकोला जिले के लिए 2,400, अमरावती जिले के लिए 4,800, बुलढाना जिले के लिए 4,300, वाशिम जिले के लिए 5,600 और यवतमाल जिले के लिए 3,380 डोज वितरित किए गए. नतीजतन सभी पांच जिलों में टीकाकरण अभियान ने अल्प प्रमाण में गति मिली है. सूत्रों ने बताया कि शनिवार को कोविशिल्ड का डोज उपलब्ध न होने से प्राप्त कोवैक्सीन के डोज का पहले और दूसरे डोज के लिए उपयोग किया जाएगा.

    मरीजों की तुलना में ऑक्सीजन का भंडार कम

    अमरावती संभाग के अकोला और यवतमाल में सरकारी मेडिकल कॉलेजों के अलावा, दोनों जिलों के अन्य सरकारी अस्पतालों में क्रमशः 43 और 08 जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर थे. अमरावती जिले के सरकारी अस्पतालों में 413, बुलढाना जिले के सरकारी अस्पतालों में केवल 80, वाशिम जिले के सरकारी अस्पतालों में 780 ऑक्सीजन के सिलेंडर उपलब्ध थे. सभी पांच जिलों में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या की तुलना में कम ऑक्सीजन भंडार दिखाई देता है.

    रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी

    संभाग के सभी पांच जिलों में कोरोना से संक्रमित मरीजों की तुलना में उपलब्ध रेमडेसिविर इंजेक्शन का भंडार कम है. प्राप्त जानकारी के अनुसार अकोला जिले में 1670, अमरावती जिले में 1720, बुलढाना जिले में 950, वाशिम जिले में 2967 और यवतमाल जिले में 1432 रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध थे.