30,757 cases of corona infection reported in the country, 541 more patients died
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    • 6,500 से अधिक रोगी उपचार करवा रहे
    •  वैक्सीनेशन के प्रति लोगों का रुझान
    • लेकिन वैक्सीन की पूर्ति नही हो पा रही 

    अकोला. पिछले वर्ष 7 अप्रैल को कोरोना वायरस का पहला रोगी पाया गया था. इसके बाद धीरे धीरे रोगियों की संख्या बढ़ती गई. रोगियों को उपचार के लिए दाखिल किया गया. रोगी ठीक होते गए. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी 6,500 से अधिक कोरोना संक्रमित रोगी जीएमसी के साथ साथ अन्य अस्पतालों में उपचार करवा रहे हैं. वहीं पिछले वर्ष से लेकर अब तक 40,000 से अधिक कोरोना संक्रमित रोगी अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर चले गए हैं.

    प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस के कारण अब तक 827 लोगों की मौत होने की जानकारी मिली है. वैसे देखा जाए तो कोरोना वायरस से अब तक ठीक होनेवाले रोगियों की संख्या अधिक है. इस तुलना में कोरोना वायरस के रोगी बड़ी संख्या में भर्ती होते है लेकिन उपचार के बाद ठीक होकर डिस्चार्ज कर दिए जाते हैं. 

    कोरोना प्रतिबंधक वैक्सीन की ओर लोगों का रुझान

    कोरोना वायरस के बढ़ते हुए प्रसार को रोकने के लिए अब कोरोना प्रतिबंधक वैक्सीन उपलब्ध है. शायद इसी कारण वैक्सीनेशन के लिए लोगों का रुझान काफी बढ़ा है. अकोला जिले में अब तक 2,31,500 के करीब लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है. जिसमें 1,89,124 लोगों का वैक्सीन का पहला डोज हो चुका है, इसी तरह 42,368 लोगों का दूसरा डोज पुरा हो चुका है. जिसमें 45 से 60 वर्ष की उम्र के 81,440 तथा 18 से 45 उम्र के 29,546 लोगों का वैक्सीनेशन हुआ है.

    सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अकोला जिले की जनसंख्या 18,18,617 है. उस अनुसार देखा जाए तो वैक्सीनेशन की गति बहुत धीमी है. संपूर्ण जिले का वैक्सीनेशन पूरा होने में काफी समय लगेगा ऐसा लगता है. जिला प्रशासन का काम है कि शीघ्र वैक्सीनेशन पूरा करने के लिए वैक्सीनेशन केंद्र तथा स्टाफ बढ़ाया जाए जिससे वैक्सीनेशन की प्रक्रिया जल्दी से पूर्ण हो सके और कोरोना वायरस के बढ़ते हुए प्रसार को रोका जा सके.

    अकोला के लिए वैक्सीन की पूर्ति कम

    कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए लोगों का वैक्सीनेशन के प्रति रुझान बढ़ा है. लेकिन उस तुलना में अकोला को जितनी वैक्सीन मिलनी चाहिए उतनी वैक्सीन प्राप्त नही हो रही है. हाल ही में अकोला मंडल के पांच जिलों के लिए 1,27,510 वैक्सीन का स्टाक मिला है. जिस तुलना में लोग वैक्सीन लेने के लिए उत्साह दिखा रहे हैं.

    उस तुलना में वैक्सीन का यह स्टाक बहुत कम है. सरकार का काम है कि अकोला के लिए अधिक से अधिक वैक्सीन की पूर्ति करें. जिससे जिले का वैक्सीनेशन शीघ्र पूरा हो सके और कोरोना वायरस के दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे प्रसार पर रोक लग सके.

    शहर में केवल 9 केंद्र

    कोरोना वायरस प्रतिबंधक वैक्सीन के लिए शहर में केवल 9 केंद्र शुरू है. जिसमें से अधिकांश केंद्रों पर 45 वर्ष से कम उम्र के लोगों के लिए वैक्सीन उपलब्ध है. शहर के सभी वैक्सीनेशन केंद्रों पर सुबह 9 बजे वैक्सीनेशन शुरू होता है. लेकिन इसके लिए सुबह 6 बजे से वैक्सीनेशन केंद्रों पर लंबी कतार लग जाती है. इस कारण भी कोरोना का प्रसार फैलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता हैं.