Rain in Nagpur City

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    – कपिल कसबे

    • सूने पड़े हैं बाजार
    • लोगों में उत्साह कम 

    अकोला. अकोला में होली के त्योहार पर लाकडाउन, कोरोना वायरस तथा बेमौसम बारिश का कहर दिखाई दे रहा है. जिले में अब तक होली की तैयारी ने जोर नहीं पकड़ा है. बाजार पूरी तरह से सूने पड़े दिखाई दे रहे हैं. 

    लोगों के उत्साह में कमी

    लाकडाउन के कारण लोगों में होली का उत्साह काफी कम दिखाई दे रहा है. होली के त्योहार की तैयारियां भी काफी कम जोर हैं. आगामी रविवार 28 मार्च को होली, सोमवार 29 मार्च को रंगपंचमी है. अभी काफी कम समय बचा है. होली को सिर्फ 5 दिन शेष हैं. लेकिन होली का बाजार अभी तक सज नहीं पाया है. शहर में कई इलाकों में होली पर रंगों की दुकानें व पिचकारियों की सामग्री से बाजार सज जाते हैं. होली नजदीक आने से बाजार लगना शुरू हो जाता है. लेकिन अभी तक बाजार सूने पड़े हैं. होली का लोगों में उत्साह कम है. क्योंकि होली पर कोरोना वायरस व बेमौसम बारिश का काला साया नजर आ रहा है. 

    अचानक बारिश से बाजार सूने

    अकोला महानगर के प्रत्येक चौराहों पर व बाजारों में होली के रंग व पिचकारियां बिक्री के लिए उपलब्ध रहती हैं. हाथगाडियों पर भी रंग, पिचकारी व मुखौटे बेचे जाते हैं. लेकिन अभी भी सभी बाजार जैसे सूने पड़े हैं. शहर में विविध चौराहों पर मावे की जलेबी व नमकीन के स्टॉल लगते थे. लोगों को गरमा गरम जलेबी और नमकीन स्टॉल पर उपलब्ध रहते थे. वह भी स्टॉल अभी तक नही लगे हैं. होली में विविध बाजारों में चहल पहल रहती थी. सभी बाजार सज जाते थे. लेकिन अभी तक लोगों में कोई उत्साह नही दिखाई दे रहा है.

    इस त्योहार में विविध तरह की मिठाईयां भी बिक्री के लिए बनाई जाती हैं. लेकिन अभी तक वह मिठाईयां नदारद हैं. शहर में संत तुकाराम चौक, कौलखेड, पुराना इनकम टैक्स चौक, जठारपेठ, जयहिंद चौक, तापडिया नगर, राऊतवाडी, दुर्गा चौक, डाबकी रोड, ग्राम उमरी, ग्राम मलकापुर, शिवनी, ग्राम शिवर, ग्राम शिलोडा, गुलजारपुरा सहित विविध भागों में तथा बाजारों में होली के रंगों, पिचकारियों व मिठाईयों के बिक्री के साथ अन्य सामग्री की दुकानें व हाथगाडियों पर लगती थी. वह भी अभी तक नही लगी हैं. कोरोना संकट व बेमौसम बारिश से इस वर्ष होली त्योहार मनाने के लिए उत्साह कम देखा जा रहा है. 

    आनेवाले समय में हो सकती है रौनक

    शहर के लगभग अधिकतर रास्तों के समीप लघु व्यवसाइयों द्वारा लगाई जानेवाली दुकानों में होली के लिए आवश्यक सामग्री बिक्री के लिए उपलब्ध होगी. बाजारों में आगामी कुछ दिनों में होली पूजन सामग्री सहित होली के रंगों, पिचकारियों की सामग्रियों की मांग बढ़ने की उम्मीद व्यवसाई और व्यापारियों को है. होली के लिए रंग, पिचकारी, शक्कर की गाठी आदि सामग्री बाजार में उपलब्ध होगी. व्यापारियों के साथ साथ लोगों को भी उम्मीद है कि निश्चित ही बाजारों की रौनक बढ़ेगी. 

    व्यवसायियों को ग्राहकों का इंतजार

    इस वर्ष होली के त्योहार पर कोरोना वायरस व बेमौसम बारिश का कहर होने से बाजार में रौनक नहीं है. जिससे व्यवसायियों को ग्राहकों का इंतजार है. इसके अतिरिक्त अगरबत्ती, कपूर, खोबरा डोल, नारियल, खोबरा किस, चना दाल, गुड़, शक्कर, इलायची, जायफल आदि की मांग बढ़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है. होली त्योहार के लिए व्यवसायी ग्राहकों का इंतजार करते दिखाई दे रहे हैं. गुरूवार से बाजारों में होली खरीदी के लिए ग्राहकी बढ़ने की उम्मीद व्यापारियों द्वारा व्यक्त की जा रही है. 

    पानी ने किया फागुन का मजा किरकिरा

    होली फागुन माह का त्यौहार है. फागुन के मौसम में दोपहर के समय थोड़ी धूप बढ़ने लगती है. लोग धीरे धीरे होली के बाद से स्नान आदि में ठंडे पानी का उपयोग करने लगते हैं. फागुन का त्यौहार होली लोग बहुत आनंद और मस्ती के साथ मनाते हैं. लेकिन इस बार हुई असमय बारिश के कारण फागुन का पूरा मजा किरकिरा हो गया है.