धामणगांव रेलवे. अधिक बारिश के कारण इस बार सोयाबीन की फसल पर अंकुर फुटने से यह फसल किसानों के हाथ से निकल गई है. जबकि कपास पर अब फफूंदीजन्य रोगों का प्रार्दूभाव हो रहा है. ऐसे में 19000 हेक्टर की फसलों पर संकट मंडरा गया रहा है.
तहसील में इस बार रिकार्ड बारिश दर्ज हु है. अब तक 775 मिमी बारिश दर्ज की गई. इस मौसम में 45 दिनों तक बारिश हुई. जून माह में सोयाबीन की बुआई हुई. लेकिन अधिक बारिश के कारण सोयबीन की फल्लियों में अंकुर फुट पडे है. जिससे किसानों के हाथ यह फसल निकल गई. ऐसे में किसानों की उम्मीदें कपास पर टिकी. लेकिन अब कपास पर भी बारिश मुसीबत बन गई है. कपास के पत्तों व बोंड पर अब फफूंदी जन्य रोग फैल गए है. अधिक बारिश के कारण बोंड सडने लगे है.
धुप की जरुरत
बारिश का पानी खेतों में जमा है. मौसम बदरिला रहने से यह पानी सुख नहीं रहा है. फसलों को बचाए रखने के लिए धूप की जरुरुत है. किसान बारिस थमने व धुप पडने के लिए प्रार्थना कर रहे है. मौसम आने वाले वाले कुछ दिनों तक ऐसा ही रहता है तो फसलें बर्बाद होने की कगार पर पहुंचेगी.
दीपावली अंधेरे में
फसलों पर संकट के कारण इस बार किसानों की दीपावली अंधेरे में बितरने की संभावना है. आम तौर पर सोयाबीन व कपास जैसी फसलें दीपावली से पहले किसान बाजार में लाते है. जिससे प्राप्त राशी से वे त्योहारों का नियोजन करते है. लेकिन इस बार फसलों पर मंडरा रहे संकट से उपज में भारी कमी आने की संभावना है. जिससे किसानों की दीपावली भी मुश्किल है.
शासन को भेजी रिपोर्ट
तहसील में गत 10 दिनों से जारी बारिश के कारण सोयाबीन में अंकुर फुट गए है. कपास पर फफूंदीजन्य रोगों के बढने की संभावना है. बारिश थमती है. तो किसानों को राहत मिलेगी. हमने इस संदर्भ में प्रशासन को रिपोर्ट भेजी है.
– सागर इंगोले, तहसील कृषि अधिकारी
संपूर्ण मुआवजा दे सरकार
कोरोना के समय में किसानों पर संकट है. उस पर भी फसल का एक दाना भी उनके घरों तक नहीं पहुंच रहा है. सरकार संपूर्ण नुकसान का मुआवजा दे. अन्यथा हम सडक पर उतरकर आंदोलन करेंगे.
– बालासाहब शिरपुरकर, भाजपा तहसील अध्यक्ष
किसान नुकसान की जानकारी कृषि विभाग को दें. राज्य सरकार किसानों के साथ मजबूती के साथ खड़ी है. आने वाले समय में सकारात्मक कदम उठाए जाएंगे. किसानों की समस्याओं पर कोई भी राजनीति न करे.
– रविश बिरे, तहसील अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी